वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित व्यासजी तहखाने में पूजा- अर्चना शुरू कर दी गई है। ऐसे में आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि वहां किन देवताओं की पूजा की जा रही है। इसका पूरा विवरण सामने आया है। दरअसल, ज्ञानवापी के एएसआई सर्वे के दौरान भी व्यासजी तहखाने में देवताओं की मूर्ति पाए जाने की बात सामने आई थी। 31 जनवरी को जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश की ओर से हिंदू पक्ष की ओर से दायर अर्जी पर नियमित पूजा का अधिकार दिया गया। जिला प्रशासन को सात दिनों के भीतर वहां पूजा की व्यवस्था के आदेश दिए गए। इससे पहले वाराणसी कोर्ट ने व्यासजी तहखाने का रिसीवर डीएम वाराणसी को नियुक्त किया था। उन्होंने एक फरवरी 3:30 बजे सुबह को पहली आरती संपन्न करा दी गई।
तहखाने में हैं ये मूर्तियां
एएसआई सर्वे के दौरान तहखाने से मिली मूर्तियों को दोबारा रखकर पूजा शुरू कराई गई है। प्रशासन की ओर से इसकी व्यवस्था की गई। सर्वे के दौरान ज्ञानवापी परिसर में 55 मूर्तियां मिली थी। इसमें से 9 मूर्तियां और राम नाक का शिलालेख व्यासजी तहखाने से मिला था। मूर्तियों में दो हनुमान, दो भगवान विष्णु और एक भगवान गणेश की शामिल हैं। इसके अलावा शिवलिंग, अरघा और गंगाजी के वाहन मगरमच्छ की आकृति भी मंदिर में रखी गई है।
लोहे का गेट लगवाया गया
वाराणसी जिला कोर्ट के आदेश के तहत जिला प्रशासन एवं मंदिर प्रबंधन ने गुरुवार भोर 3:30 बजे पूजा संपन्न कराई गई। इससे पहले ज्ञानवापी के बाड़ यानी बैरिकेडिंग के छह ग्रिल को काटकर लोहे का गेट लगवाया गया। दक्षिण तहखाने की उत्तरी दीवार पर मूर्तियां रखी गई। अंदर हाई मास्ट लाइट लगाया गया है।
तहखाने में मानस पाठ शुरू
ज्ञानवापी के व्यासजी तहखाने में पूजा- अर्चना के बाद काशी विद्वत परिषद की ओर से तहखाने में श्रीरामचरित मानस का पाठ शुरू करा दिया गया है। परिषद के महामंत्री प्रो. रामनारायण द्विवेदी ने कहा कि मानस का पाठ अनवरत चलता रहेगा। इसके लिए मंदिर प्रशासन की ओर से छह पुजारियों की तैनाती की गई है।
अथर्ववेद के मत्रोच्चार से खुला था दरवाजा
काशी विश्वनाथ मंदिर में मंगला आरती से पहले गुरुवार की भारत में व्यासजी तहखाने में मंगल हुआ। तहखाने में विराजमान देवी- देवताओं की पूजा 31 साल बाद हुई। वर्षों से बंद तहखाने का द्वार खोलने से पहले वैदिक विधान के अनुसार अथर्ववेद के विशिष्ट मंत्रों का उच्चारण किया गया। ये मंत्र तब पढ़े जाते हैं, जब किसी देवालय का द्वार लंबे अंतराल के बाद खोला जाता है।