सेमीकंडक्टर चिप बनाने वाली कंपनी एनवीडिया (Nvidia) ने इस साल अपने निवेशकों को बंपर रिटर्न दिया है। गुरुवार को इस अमेरिकी कंपनी का शेयर ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया। कंपनी के शेयरों में इस साल तीन गुना तेजी आई है। माइक्रोसॉफ्ट और गूगल जैसी कंपनियां तथा सऊदी अरब तथा यूएई जैसे देश कंपनी पर डोरे डाल रहे हैं। जानिए क्या है इसकी वजह…
एआई चिप (AI Chip) बनाने वाली अमेरिकी कंपनी Nvidia Corp आजकल सुर्खियों में है। इसकी वजह यह है कि इस कंपनी ने एक के बाद एक कई उपलब्धियां हासिल की हैं। गुरुवार को कंपनी का शेयर कारोबार के दौरान ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया। कंपनी की तिमाही सेल पहली बार इंटेल के पार पहुंच गई है। साथ ही यह एक ट्रिलियन डॉलर का मार्केट कैप हासिल करने वाली दुनिया की पहली चिप कंपनी है। इसकी स्थापना ताइवान में पैदा हुए जेनसन हुआंग ने 1993 में की थी। एक नजर उनके सफर पर…
तीन गुना रिटर्न
दुनिया में एआई का चलन तेजी से बढ़ रहा है और इसके साथ ही सेमीकंडक्टर चिप की डिमांड भी बढ़ रही है। यही वजह है कि एनवीडिया कॉर्प के शेयरों में लगातार तेजी आ रही है। कंपनी ने अक्टूबर तिमाही में अपनी सेल 16 अरब डॉलर रहने का अनुमान जताया है। इससे गुरुवार को ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया। तीन जनवरी को कंपनी के शेयर की कीमत 143 डॉलर थी जो गुरुवार को कारोबार के दौरान 502 डॉलर पहुंच गई। पहली बार कंपनी की तिमाही बिक्री इंटेल से ऊपर पहुंच गई है।
ऐपल-मेटा से आगे
एनवीडिया के शेयरों में इस साल सबसे ज्यादा 235 परसेंट तेजी आई है। फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा प्लेटफॉर्म में 132 फीसदी, ऐमजॉन में 54 फीसदी, ऐपल में 42 फीसदी और माइक्रोसॉफ्ट में 34 फीसदी तेजी आई है। एनवीडिया फिलहाल 1.164 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप के साथ दुनिया की छठी और अमेरिका की पांचवीं वैल्यूएबल कंपनी है। इसका मार्केट कैप वॉरेन बफे की बर्कशायर हैथवे, मार्क जकरबर्ग की मेटा, एलन मस्क की टेस्ला से भी ज्यादा है।
कितनी है नेटवर्थ
हुआंग 42.2 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ दुनिया के अमीरों की लिस्ट में 28वें नंबर पर हैं। इस साल उनकी नेटवर्थ में 28.3 अरब डॉलर की तेजी आई है। एनवीडिया में उनकी 3.5 परसेंट हिस्सेदारी है। कोरोना काल में कंपनी के शेयरों में भारी तेजी आई। क्रिप्टो बूम के कारण माइनिंग में चिप के इस्तेमाल में तेजी आई थी। लेकिन उसके बाद कंपनी के शेयरों की कीमत दो-तिहाई गिर गई थी। अब एआई का चलन बढ़ने से फिर कंपनी के शेयरों में तेजी आ रही है।
कंप्यूटर क्रांति
हुआंग का कहना है कि एआई कंप्यूटर क्रांति की अगुवाई कर रहा है। इसे इस्तेमाल करना आसान है, इसलिए यह तेजी से बढ़ रही है। कोई भी इंडस्ट्री इससे अछूती नहीं रहेगी। दुनियाभर की कंपनियां ज्यादा पावरफुल कंप्यूटरों का रुख कर रहे हैं जो चैटजीपीटी जैसे जेनरेटिव एआई को हैंडल कर सकें। यह Nvidia के चिप्स का ही कमाल था कि माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियों को बिंग जैसे फीचर डेवलप करने में मदद मिली।
कौन हैं जेनसन हुआंग
इसकी स्थापना जेनसन हुआंग ने की थी। हुआंग का जन्म 1963 में ताइवान में हुआ था। उनका बचपन ताइवान और थाईलैंड में गुजरा। 1973 में उनके माता-पिता ने उन्हें अमेरिका में अपने रिश्तेदारों के पास भेज दिया। कुछ दिन बाद वे भी अमेरिका चले गए। Nvidia की स्थापना अप्रैल 1993 में हुई थी। शुरु में यह कंपनी वीडियो-गेम ग्राफिक्स चिप्स बनाती थी। जब कंपनी का शेयर 100 डॉलर पर पहुंचा तो हुआंग ने अपने बाजू पर कंपनी के लोगो का टैटू बनवाया था।
दुनिया में एआई की होड़
माइक्रोसॉफ्ट और गूगल जैसी बड़ी-बड़ी टेक कंपनियों में एनवीडिया से ज्यादा से ज्यादा चिप लेने की होड़ मची है। साथ ही सऊदी अरब और यूएई भी कंपनी से हजारों चिप खरीद रहे हैं। इतना ही नहीं चीन की कंपनियां टेंसेट और अलीबाबा भी एनवीडिया के दरवाजे पर खड़ी हैं। इससे साफ है कि एनवीडिया के चिप की दुनिया में कितनी मांग है। चैटबॉट और दूसरे टूल्स के बढ़ते चलन के कारण आने वाले दिनों में इसमें और तेजी आने की उम्मीद है।