बेंगलुरु : कर्नाटक विधानसभा में बीते दिन जबरदस्त हंगामा देखने को मिला। हनी ट्रैप मामले पर विपक्षी पार्टियां बीजेपी और JDS ने सत्ताधारी पार्टी को घेरा। विपक्षी विधायकों ने कर्नाटक हाईकोर्ट से हनी ट्रैप मामले की जांच करवाने की मांग की है। वहीं कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर UT खादर ने छह महीने के लिए 18 बीजेपी विधायकों को सस्पेंड कर दिया है।
हाथ में सीडी लेकर की नारेबाजी
राज्य के संसदीय मामलों के मंत्री HK पाटिल ने निलंबन प्रस्ताव को विधानसभा में पेश किया था। स्पीकर ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। इसी बीच BJP और JDS के सदस्य सदन के बीच में नारेबाजी करने लगे। इस दौरान उनके हाथ में सीडी मौजूद थी। सभी ने हाईकोर्ट से हनी ट्रैप मामले की जांच करने की मांग की। वहीं कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी आरोपों के लिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
कांग्रेस नेता का दावा
कांग्रेस पार्टी के सहकारिता मंत्री के.एन.राजन्ना के अनुसार उन्हें हनी ट्रैप में फंसाने की कोशिश की गई। उनका दावा है कि विधायकों के अलावा कई केंद्रीय मंत्री और न्यायाधीश समेत 48 लोग इस साजिश का शिकार हुए हैं।
स्पीकर ने क्या कहा?
बजट सत्र के आखिरी दिन स्पीकर ने बीजेपी के 18 विधायकों को निलंबत कर दिया है। स्पीकर के अनुसार सदन की कार्यवाही में बाधा डालना, अध्यक्ष की गरिमा को नजरअंदाज करना और संसदीय परंपरा को नुकसान पहुंचाने के कारण 18 विधायकों को 6 महीने के लिए निलंबित करने का आदेश दिया जाता है। अगले 6 महीने तक यह सभी विधायक न विधानसभा में प्रवेश ले सकेंगे और न ही स्थायी समिति की बैठकों में भाग लेगें।
कौन-कौन हुआ सस्पेंड?
कर्नाटक विधानसभा से सस्पेंड 18 विधायकों की लिस्ट में बीजेपी के मुख्य सचेतक दोड्डन्ना गौड़ा पाटिल, सीएन अश्वथ नारायण, एसआर विश्वनाथ, बीए बसवराजू, एमआर पाटिल, चन्नबसप्पा, बी सुरेश गौड़ा, उमानाथ सुवर्ण, बीपी हरीश, भरत शेट्टी, धीरज मुनिराजू, चंद्रू लमानी, मुनिरत्ना और बसवराज मैटिमूड का नाम शामिल है।