नई दिल्ली: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर राज्य में सियासी हलचल तेज है. राजनीतिक दलों की ओर से युद्ध स्तर पर प्रचार चल रहा है और बड़े-बड़े चुनावी वादे किए जा रहे हैं. मुख्य मुकाबला बीजेपी नीत एनडीए और कांग्रेस-जेएमएम वाले इंडिया ब्लॉक के बीच माना जा रहा है. इसी बीच चुनाव से पहले मैटराइज सर्वे का एक सर्वे सामने आया है. जिसमें चुनाव में अलग-अलग पार्टियों को मिलने वाली सीटों और वोट शेयर का अनुमान लगाया गया है.
सर्वे के मुताबिक, झारखंड में सत्ता परिवर्तन होने जा रहा है. राज्य में भाजपा गठबंधन की सरकार बनने जा रही है, जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद गठबंधन को बड़ा झटका लगने जा रहा है. झारखंड में हर पांच साल में सत्ता परिवर्तन होने का इतिहास रहा है. 81 सीटों वाली झारखंड विधानसभा में बहुमत के लिए 41 सीटों की जरूरत होती है.
एनडीए को 45 से 50 सीटें मिलने का अनुमान
मैटराइज सर्वे के अनुसार, झारखंड में भाजपा गठबंधन को 45 से 50 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. वहीं, झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेतृत्व वाले इंडिया ब्लॉक के 18 से 25 सीट जीतने की आशंका जताई गई है. अन्य के खाते में 2 से 5 सीट मिलने की उम्मीद है. साल 2019 के विधानसभा चुनावों में जेएमएम के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 47 सीटें जीतीं, जबकि एनडीए को 25 सीटें मिली थी.
किसको कितना वोट शेयर मिलने की उम्मीद?
वोट प्रतिशत की बात करें तो, मैटराइज सर्वे के अनुसार भाजपा गठबंधन को 53 प्रतिशत से ज्यादा वोट मिलने की उम्मीद है. जबकि, जेएमएम-कांग्रेस और आरजेडी गठबंधन का वोट शेयर 27.9 फीसदी रह सकता है. वहीं, अन्य को 18.9 प्रतिशत वोट शेयर का अनुमान जताया गया है.
मैटराइज सर्वे के अनुसार, कोल्हान (चाईबासा), दक्षिणी छोटानागपुर (रांची), पलामू (मेदिनीनगर) में जहां भाजपा और उसके सहयोगी दल की पकड़ मजबूत होती दिखाई दे रही है. वहीं, जेएमएम गठबंधन को इन पांच क्षेत्रों में भारी सीटों का नुकसान होने का अनुमान है.
रीजन वाइज क्या कह रहा सर्वे?
झारखंड में रीजन वाइज सीटों की बात करें तो, मैटराइज सर्वे के अनुसार संथाल परगना की 18 सीटों में से भाजपा गठबंधन को 6 से 9 सीटें मिल सकती है, वहीं जेएमएम गठबंधन को 4 से 10 सीटें मिलने का अनुमान है. उत्तरी छोटानागपुर (हजारीबाग) की 25 सीटों में भाजपा गठबंधन को 14 से 17 और जेएमएम गठबंधन को 0-4 सीट मिलने की उम्मीद जताई गई है.