मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन को हार का सामना करना पड़ा था. महाराष्ट्र में मिली हार के बाद गठबंधन में राहुल गांधी के नेतृत्व पर सवाल उठ रहे हैं. इसी बीच तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने हाल ही में इंडिया ब्लॉक की अध्यक्षता करने की मंशा जाहिर की थी.
तृणमूल नेता और वर्धमान से सांसद कीर्ति आजाद ने रविवार को इसका समर्थन किया. उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा कि ममता बनर्जी को गठबंधन का अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए. कीर्ति आजाद ने कहा, “इस समय इंडिया में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर गंभीर चर्चा हो रही है.
शरद पवार भी कर चुके हैं समर्थन
ममता बनर्जी का समर्थन शरद पावर ने किया है. शरद पवार ने कहा है कि ममता बनर्जी को इंडिया ब्लॉक का अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए. उनके अनुसार, बदलाव की आवश्यकता है, और ममता बनर्जी ही वह नेता हैं जिन्होंने बार-बार नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के प्रयासों को नाकाम किया है.
उन्होंने आगे कहा था, “हाल ही में हुए उपचुनावों में ममता बनर्जी ने बीजेपी को करारी मात दी और पश्चिम बंगाल की सीमा के बाहर भी पार्टी को पराजित किया. उनके पास समृद्ध अनुभव है, और उन्होंने खुद कहा है कि उन्होंने इंडिया ब्लॉक की नींव रखी थी, और अगर मौका दिया जाए, तो वह इस गठबंधन का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं.
कीर्ति आजाद ने कही ये बात
तृणमूल सांसद कीर्ति आजाद ने कहा, “ममता बनर्जी का अनुभव केंद्र सरकार में कई बार मंत्री रहने के अलावा सांसद के तौर पर भी रहा है, और 2011 से लगातार मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए उन्होंने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं. इसके साथ ही, वह बार-बार नरेंद्र मोदी को भी टक्कर देती रही हैं. अब समय आ चुका है कि ममता बनर्जी को इंडिया ब्लॉक का अध्यक्ष बनाया जाए, क्योंकि उनके अनुभव और कार्यक्षमता को देखते हुए वह इस पद के लिए सबसे उपयुक्त हैं.”
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार से ममता बनर्जी की टिप्पणी पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “वह देश की एक सक्षम नेता हैं और उन्हें यह कहने का पूरा अधिकार है. संसद में जो सांसद उन्होंने भेजे हैं, वे मेहनती और जागरूक हैं.”
उद्धव गुट का भी मिला है साथ
ममता बनर्जी का समर्थन शिवसेना (उद्धव गुट) ने भी किया है. प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, “INDIA ब्लॉक देश के संविधान को बचाने के लिए बना है. आने वाले समय में लड़ाई बढ़ेगी. इसमें कोई दो राय नहीं है कि ममता बनर्जी कितनी बड़ी नेता हैं. ममता बनर्जी सभी को साथ लेकर चलती हैं. बीजेपी के खिलाफ उन्होंने अच्छी लड़ाई लड़ी है. नेतृत्व करने के लिए जो अच्छा होगा, वहीं करेगा. इस बात का फैसला बड़े नेता करेंगे.