नई दिल्ली। छठे चरण में 58 लोकसभा सीटों पर 25 मई यानी शनिवार को मतदान जारी हो गया है। इस चरण में सत्ता और विपक्ष दोनों की अग्निपरीक्षा है। दरअसल 2019 में 58 में से 40 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी। चार सीटों पर बसपा, तीन सीटों पर जेडीयू, चार सीटों पर बीजू जनता दल और तीन सीटों पर तृणमूल कांग्रेस ने जीत हासिल की थी।
लोक जनशक्ति पार्टी, झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन पार्टी, समाजवादी पार्टी और जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी ने एक- एक सीट पर जीत हासिल की थी। खास बात यह है कि कांग्रेस इन 58 सीटों में से एक भी सीट नहीं जीत सकी थी।
उत्तर प्रदेश: इन सीटों पर सबकी निगाहें
छठे चरण में उत्तर प्रदेश की कुल 14 लोकसभा सीटों पर मतदान है। इनमें से चार पर बहुजन समाज पार्टी और एक बार समाजवादी पार्टी ने जीत दर्ज की थी। बाकी नौ लोकसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा है। श्रावस्ती, बस्ती, संतकबीर नगर, सुल्तानपुर, मछलीशहर, भदोही लोकसभा सीट पर सबकी निगाहें होंगी। दरअसल, पिछले लोकसभा चुनाव में इन सीटों पर हार जीत का अंतर बेहद कम था। सिर्फ दो सीटों पर महिला प्रत्याशियों ने चुनाव जीता था।
- श्रावस्ती में सीट पर बहुजन समाज पार्टी ने जीत दर्ज की थी। यहां हार जीत का फैसला सिर्फ 5320 वोटों से तय हुआ था।
- डुमारियागंज लोकसभा सीट पर भाजपा के जगदंबिका पाल 105321 मतों से जीते थे। इस बार भी वे चुनाव मैदान में हैं।
- बस्ती सीट पर भाजपा के हरीश द्विवेदी ने परचम लहराया था। यहां हार जीत का फैसला 30354 मतों से हुआ था।
- संतकबीर नगर सीट भी भाजपा के खाते में गई थी। यहां से प्रवीण कुमार निषाद ने 35749 मतों से जीत दर्ज की थी।
- लालगंज लोकसभा सीट पर बसपा का हाथी चला था। संगीता आजाद ने 161597 मतों से चुनाव जीता था।
- 2019 में आजमगढ़ से सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने 259874 मतों से चुनाव जीता था। हालांकि उपचुनाव में दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ ने उनके चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव को हरा दिया था। एक बार भी निरहुआ और धर्मेंद्र यादव आमने-सामने हैं।
- सुल्तानपुर लोकसभा सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी मैदान में हैं। पिछला चुनाव उन्होंने सिर्फ 14525 मतों से जीता था।
- प्रतापगढ़ लोकसभा सीट पर भाजपा के संगम लाल गुप्ता ने 117752 मतों से जीत दर्ज की थी।
- जौनपुर लोकसभा सीट पर बसपा ने अपना परचम लहराया था, यहां से श्याम सिंह यादव ने 80936 मतों से चुनाव जीता था।
- 2019 में सबसे कम मतों से हार जीत का फैसला मछलीशहर लोकसभा सीट पर हुआ था। यहां भाजपा प्रत्याशी बीपी सरोज ने सिर्फ 181 वोटों से चुनाव जीता था।
- भदोही सीट भाजपा के रमेश चंद्र ने 43615 मतों से जीती थी।
- अंबेडकरनगर से बसपा की टिकट पर रितेश पांडेय ने 95880 मतों से चुनाव जीता था। मगर इस बार वे भाजपा की टिकट पर चुनाव मैदान में हैं।
बिहार: भाजपा और सहयोगियों पर प्रदर्शन दोहराने की चुनौती
बिहार की जिन आठ लोकसभा सीटों पर छठे चरण में मतदान हो रहा है, उन सभी पर भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने 2019 लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी। तीन सीटों पर जेडीयू, एक पर लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) और चार सीटों पर भाजपा ने कब्जा जमाया था। एक सीट सीवान को छोड़कर बाकी सात सीटों पर हार जीत का अंतर दो लाख मतों से अधिक था। ऐसे में विपक्ष के सामने इस बड़ी खाई को पाटने की चुनौती है। आठ में से तीन सीटों पर महिला प्रत्याशियों ने चुनाव जीता था।
- वाल्मीकिनगर सीट पर जेडीयू के बैद्यनाथ प्रसाद महतो ने 354616 मतों से जीत दर्ज की थी।
- पश्चिमी चंपारण सीट पर भाजपा के संजय जयसवाल ने 293906 वोटों से कब्जा जमाया था।
- पूर्वी चंपारण सीट पर राधा मोहन सिंह ने 293648 वोटों से जीत दर्जकर संसद पहुंचे थे।
- शिवहर लोकसभा पर भाजपा ने कब्जा जमाया था। यहां का चुनावी रण रमा देवी ने 340360 मतों से जीता था।
- वैशाली सीट पर एलजेपी की वीणा देवी 234584 मतों से जीती थीं।
- जेडीयू के डॉ. अलोक कुमार सुमन ने 286434 मतों से गोपालगंज सीट फतेह की थी।
- सिवान सीट से जेडीयू की कविता सिंह 116958 मतों से विजयी हुईं थीं।
- महाराजगंज सीट पर भाजपा का कब्जा है। यहां से जनार्दन सिंह ने 230772 मतों से मुकाबला जीता था।
दिल्ली: क्या पुराना प्रदर्शन दोहरा पाएगी भाजपा?
- दिल्ली में इस बार भाजपा और कांग्रेस-आप गठबंधन के बीच सीधा मुकाबला है।
- चांदनी चौक से भाजपा के हर्ष वर्धन ने 228145 मतों से चुनाव जीता था।
- उत्तर पूर्व दिल्ली से मनोज तिवारी ने 366102 वोटों से चुनाव जीता था।
- पूर्वी दिल्ली से क्रिकेटर गौतम गंभीर ने भाजपा की टिकट पर 391222 वोटों से जीत हासिल की थी।
- भाजपा नेता मीनाक्षी लेखी ने 256504 मतों से नई दिल्ली सीट अपने कब्जे में की थी।
- उत्तर पश्चिम दिल्ली से हंस राज हंस ने भाजपा की टिकट पर 553897 मतों से चुनाव जीता था। अब पंजाब के फरीदकोट से चुनाव मैदान में हैं।
- पश्चिमी दिल्ली से प्रवेश वर्मा ने 578486 मतों से मैदान फतेह किया था।
- दक्षिण दिल्ली में रमेश बिधूड़ी ने 367043 मतों के अंतर से कमल खिलाया था।
हरियाणा: सभी सीटों पर भाजपा ने किया था कब्जा
2019 में हरियाणा की सभी लोकसभा सीटों पर भाजपा ने कब्जा जमाया था। पांच सीटों पर हार जीत का अंतर तीन लाख मतों से अधिक था। करनाल और फरीदाबाद सीट पर भाजपा प्रत्याशियों ने छह लाख से अधिक मतों से चुनाव जीता था। सबसे कम हार जीत का अंतर रोहतक सीट पर था। सोनीपत में डेढ़ लाख और भिवानी और महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट पर चार लाख से अधिक मतों से भाजपा ने कब्जा किया था।
- अंबाला से रतन लाल कटारिया ने 342345 मतों से चुनाव जीता था। उनके निधन के बाद भाजपा ने इस बार उनकी पत्नी बंतो कटारिया को टिकट दिया है।
- हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से 384591 मतों से जीत दर्ज की थी। इस बार उद्योगपति नवीन जिंदल भाजपा की टिकट पर चुनाव मैदान में हैं। आप-कांग्रेस गठबंधन से सुनील गुप्ता और इनेलो से अभय सिंह चौटाला चुनाव लड़ रहे हैं।
- सिरसा से भाजपा की टिकट पर सुनीता दुग्गल ने 309918 वोटों से चुनाव जीता था। इस बार उनका टिकट कट गया है। पार्टी ने अशोक तंवर को उतारा है। उनके सामने कांग्रेस नेता कुमारी सैलजा चुनाव लड़ रहीं हैं।
- हिसार सीट पर बृजेंद्र सिंह ने 314068 मतों से चुनाव जीता था। अब वे कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। भाजपा ने रणजीत सिंह चौटाला को टिकट दिया है।
- करनाल से संजय भटिया ने सबसे बड़ी जीत दर्ज की थी। भटिया ने 656142 मतों के अंतर से चुनाव जीता था। इस बार उनकी जगह पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पार्टी ने यहां से उतारा है।
- सोनीपत सीट पर रमेश कौशिक ने 164864 मतों से चुनाव जीता था। इस बार वे चुनाव मैदान में नहीं हैं।
- हार जीत का सबसे कम अंतर रोहतक लोकसभा सीट पर रहा है। यहां भाजपा प्रत्याशी अरविंद शर्मा ने दीपेंद्र हुड्डा को 7503 मतों से हराया था।
- भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट पर भाजपा के धर्मबीर सिंह ने 444463 मतों से प्रचंड जीत दर्ज की थी।
- केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने गुड़गांव लोकसभा सीट पर 386256 मतों से चुनाव जीता था।
- फरीदाबाद लोकसभा सीट पर केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल ने 638239 के अंतर से बड़ी जीत दर्ज की थी।
झारखंड: पिछली बार ये रहे परिणाम
- झारखंड की तीन सीटों पर भाजपा और एक बार एजेएसयूपी ने जीत दर्ज की थी। खास बात यह है कि भाजपा ने तीनों सीटों पर जीत ढाई लाख से अधिक मतों से हासिल की थी।
- गिरिडीह लोकसभा सीट पर ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन पार्टी के प्रत्याशी चंद्र प्रकाश चौधरी ने 248347 मतों से चुनाव जीता।
- धनबाद सीट पर भाजपा के पशुपति नाथ सिंह ने 486194 मतों के अंतर से कब्जा जमाया था।
- रांची सीट पर संजय सेठ ने कमल खिलाया था। उन्होंने 282780 मतों से चुनाव जीता था।
- जमशेदपुर सीट पर 302090 मतों से भाजपा के बिद्युत बरन महतो ने जीत हासिल की थी।
ओडिशा
- संबलपुर सीट पर पिछला चुनाव भाजपा के नितेश गंगा देब ने 9162 मतों से जीता था। इस बार केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान मैदान में हैं।
- क्योंझार से चंद्राणी मुर्मू ने बीजू जनता दल (बीजेडी) की टिकट पर 66203 मतों से चुनाव जीता था।
- ढेंकानाल सीट पर बीजू जनता दल के महेश साहू ने 35412 वोटों से फतेह हासिल की थी।
- कटक सीट पर बीजू जनता दल के भर्तृहरि महताब ने 121201 मतों से चुनाव जीता था। इस बार भाजपा की टिकट से चुनाव मैदान में हैं।
- पुरी सीट से बीजेडी के पिनाकी मिश्रा ने 11714 मतों से चुनाव जीता था।
- भुवनेश्वर लोकसभा सीट से अपराजिता सारंगी ने भाजपा की टिकट पर 23839 मतों से चुनाव जीती थीं।
पश्चिम बंगाल
- तामलुक लोकसभा सीट पर तृणमूल कांग्रेस की टिकट पर दिबेंद्रु अधिकारी ने 190165 मतों से चुनाव जीता था।
- कांथी से टीएमसी के सिसिर अधिकारी ने 111668 वोटों से जीत हासिल की थी।
- घाटल सीट पर 107973 मतों से दीपक अधिकारी ने टीएमसी के टिकट पर चुनाव जीता था।
- झाड़ग्राम पर भाजपा ने कब्जा जमाया था। यहां से कुनार हेमब्रह्म सिर्फ 11767 मतों से जीते थे।
- मेदिनीपुर में दिलीप घोष ने 88952 मतों से जीत हासिल कर कमल खिलाया था।
- पुरुलिया सीट पर भाजपा के ज्योर्तिमय सिंह महतो ने 204732 वोट से चुनावी मैदान जीता था।
- बंकुरा सीट पर भाजपा प्रत्याशी डॉ. सुभाष सरकार ने 174333 के अंतर से जीत हासिल की थी।
- बिशनुपुर सीट भी भाजपा के खाते में गई थी। यहां से सौमित्र खान ने 78047 मतों से चुनाव फतेह किया था।
जम्मू-कश्मीर
जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग लोकसभा सीट से जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के हसनैन मासूदी ने 6676 मतों से जीत हासिल की थी।