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Home कला संस्कृति

धनतेरस पर क्यों जलाए जाते हैं 13 दीये, क्या है इसका रहस्य

Jitendra Kumar by Jitendra Kumar
06/11/23
in कला संस्कृति, धर्म दर्शन
धनतेरस पर क्यों जलाए जाते हैं 13 दीये, क्या है इसका रहस्य

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हिंदू धर्म में दिवाली एक विशेष त्योहार है, जो पांच दिनों तक चलता है. इसकी शुरुआत धनतेरस के दिन से हो जाती है. इस बार यह खास दिन 10 नवंबर, दिन शुक्रवार को पड़ रहा है. धनतेरस का दिन भी काफी खास और शुभ फलदायी माना जाता है. इस दिन लोग सोने-चांदी की खरीदारी के अलावा कुछ विशेष नियमों का भी पालन करते हैं. इन्हीं में से एक है धनतेरस पर 13 दीये जलाए जाने की परंपरा. शास्त्रों के अनुसार, धनतेरस के मौके पर इस दिन 13 दीपक अलग-अलग जगहों पर जलाया जाता है और यह बेहद शुभ माना जाता है. इसी के साथ चलिए जानते हैं कि धनतेरस की इस परंपरा के पीछे क्या वजह है.

धनतेरस के दिन 13 दीये कैसे और क्यों जलाए जाते हैं ?

  • धनतेरस के दिन 13 पुराने दीयों को घर के बाहर कूड़ेदान के पास दक्षिण दिशा की ओर मुख करके जरुर जलाएं. कहते हैं ऐसा करने से परिवार में अकाल मृत्यु का भय कम होता है.
  • दूसरा दीया घी से जलाकर घर के मंदिर में रखना चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है.
  • तीसरा दीया मां लक्ष्मी के सामने जलाया जाता है. ये दीया धन लाभ और जीवन में सफलता का आशीर्वाद पाने के लिए जलाना शुभ माना जाता है.
  • चौथा दीया तुलसी मां के समक्ष जलाना चाहिए. कहते हैं ऐसा करने से घर में सुख, शांति और समृद्धि का वास होता है.
  • पांचवां दीया को घर के मुख्य दरवाजे के सामने जलाया जाता है. ऐसी मान्यता है कि यह घर से नकारात्मकता को दूर कर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है.
  • छठा दीया सरसों के तेल से जलाकर पीपल के पेड़ के नीचे रखा जाता है. मान्यता है कि इससे आर्थिक संकट से बचाव होता है.
  • सातवां दीया घर के आसपास किसी मंदिर में जाकर जलाया जाता है. कहते हैं इससे घर में खुशहाली आती है.
  • आठवां दीया कूड़ेदान के पास जलाना शुभ होता है. ये दीया बुराई का नाश करके घर-परिवार में खुशियां लेकर आता है.
  • नौवां दीया शौचालय के बाहर जलाया जाता है. कहते हैं ऐसा करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है.
  • दसवां दीया घर की छत पर जलाना चाहिए. ये जीवन से अंधकार को दूर कर उजाला भर देता है.
  • ग्यारहवां दीया घर की खिड़की के पास रखना शुभ होता है. ऐसी मान्यता है कि ये दीया बुरी और नकारात्मक ऊर्जा से लड़ने में मददगार साबित होता है.
  • बारहवां दीया घर की सबसे ऊंचे स्थान पर रखा जाता है, ताकि घर-परिवार में सबकी स्वास्थ्य अच्छी रहे.
  • तेरहवां दीया घर के चौराहे को सजाने के लिए रखा जाता है. ये दिखने में खूबसूरत होने के साथ जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी बढ़ाता है.

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