वॉशिंगटन. अमेरिका के पश्चिमी राज्य मोंटाना (Montana) के ऊपर उड़ रहे एक संदिग्ध चीनी निगरानी गुब्बारे (Chinese Spy Balloon) के पता चलने की खबरों के बाद से लगातार दोनों शक्तिशाली देशों में तनाव की स्थिति बनी हुई है. अमेरिकी विदेश मंत्री के रद्द हुए दौरे के बीच लैटिन अमेरिका में भी एक अन्य चीनी निगरानी गुब्बारे के होने का पता चला है. वहीं निगरानी गुब्बारे को शूट डाउन न करने पर भी अमेरिकी विशेषज्ञों ने कई रोचक चीजे साझा की हैं. न्यूज़ एजेंसी AFP की रिपोर्ट के अनुसार अत्याधुनिक चीनी गुब्बारे को नीचे गिराना अमेरिका के लिए एक बेहद मुश्किल कार्य था.
अमेरिकी विशेषज्ञ ने शुक्रवार को कहा कि पहला चीनी निगरानी गुब्बारा जिसे पेंटागन (Pentagon) ने संवेदनशील अमेरिकी बैलिस्टिक मिसाइल (US Ballistic Missiles) स्थलों पर उड़ते हुए पाया, Artificial Intelligence द्वारा डायरेक्ट हो सकता है. वाशिंगटन में मैराथन इनिशिएटिव थिंक टैंक में निगरानी गुब्बारों के विशेषज्ञ विलियम किम ने एएफपी को बताया कि गुब्बारे जासूसी करने का एक बढ़िया विकल्प हैं जिन्हें नीचे गिराना मुश्किल है. उन्होंने आगे कहा कि ऐसी जासूसी के लिए इस्तेमाल होने वाली ‘सैटेलाइट’ आज पृथ्वी और अंतरिक्ष से हमला कर तबाह की जा सकती हैं, गुब्बारों के साथ ऐसा करना मुश्किल होता है. साथ ही वे आसानी से रडार पर दिखाई नहीं देते.
इससे पहले, रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने राष्ट्रपति जो बिडेन को सलाह दी थी कि मलबे के गिरने के संभावित जोखिम के कारण गुब्बारे को नीचे नहीं गिराया जाना चाहिए. हालांकि एक वक्त पर अधिकारी इसे नीचे गिराने पर विचार कर रहे थे लेकिन बाद में इसके आकार का आकलन करते हुए उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि इससे जमीन पर बड़ा नुकसान पहुंच सकता है.