नई दिल्ली: जिस ‘बैजबॉल’ के भारत में सफल होने पर लगातार संदेह जताया जा रहा था, उसने टीम इंडिया के खिलाफ अपने पहले ही इम्तेहान में जबरदस्त जीत दर्ज की है. हैदराबाद में खेले गए पहले टेस्ट मैच के चौथे दिन इंग्लैंड ने टीम इंडिया को उसके ही खेल में फंसाते हुए 30 रनों से जीत दर्ज करते हुए सीरीज की जबरदस्त शुरुआत की. ऑली पोप की 196 रनों की बेहतरीन पारी के बाद इंग्लैंड के युवा स्पिनर टॉप हार्टली ने भारतीय टॉप ऑर्डर को तहस-नहस कर इंग्लैंड को बेहतरीन जीत दिलाई.
अब सवाल ये है कि घरेलू जमीन पर लगातार इतना बेहतरीन रिकॉर्ड होने के बावजूद क्यों टीम इंडिया ये मैच हार गई? टीम इंडिया ने कहां गलती की, जिससे इंग्लैंड के अनुभवहीन गेंदबाजी अटैक ने भी टीम इंडिया को 200 रनों के अंदर ढेर करके यादगार जीत दर्ज की? इसके कुछ कारण है, जिन पर यहां बात करेंगे.
पहली पारी में गंवाया मौका
भारतीय टीम के पास मैच को तीन दिनों के अंदर ही अपने कब्जे में करने का मौका था लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इंग्लैंड को 246 रनों पर ढेर करने के बाद भारतीय टीम ने दमदार बैटिंग की लेकिन कोई भी बल्लेबाज ऑली पोप की तरह बड़ी पारी नहीं खेल पाया. यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल और रवींद्र जडेजा 80 से 90 रन के बीच में आउट हुए, जबकि कप्तान रोहित शर्मा ने भी अच्छी शुरुआत को गंवाया. अगर टीम इंडिया पहली पारी में ही 550 या 600 तक का स्कोर खड़ा करती तो दूसरी पारी की शायद जरूरत भी नहीं पड़ती.
खराब फील्डिंग का खामियाजा
इंग्लैंड की दूसरी पारी के दौरान टीम इंडिया हर ओवर और हर सेशन के साथ ही पस्त होती दिखी. टीम की बॉडी लैंग्वेज भी नेगेटिव होती गई और इसका असर उसकी फील्डिंग पर दिखा. मोहम्मद सिराज और रविचंद्रन अश्विन ने कुछ मौकों पर मिसफील्डिंग की लेकिन सबसे बड़ा नुकसान तो अक्षर पटेल ने किया, जिन्होंने ऑली पोप का आसान कैच छोड़ दिया. उस वक्त पोप 110 रन पर थे. वो आखिर में 186 रन बनाकर आउट हुए.
रोहित-गिल-अय्यर का फ्लॉप शो
टीम इंडिया के टॉप और मिडिल ऑर्डर में 3 बल्लेबाजों ने बेहद निराश किया. कप्तान रोहित शर्मा लगातार दोनों पारियों में अपनी अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल सके. पहली पारी में उन्होंने 24 रन बनाए, जबकि दूसरी पारी में 39 रन बनाकर आउट हुए. वहीं इनसे भी ज्यादा निराश तो शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर ने किया. गिल पहली पारी में 23 और दूसरी में खाता खोले बिना आउट हो गए. दोनों पारियों में वो बिल्कुल भी सहज नजर नहीं आए. वहीं स्पिनरों के खिलाफ टीम इंडिया के सबसे अच्छे बल्लेबाज माने जा रहे श्रेयस अय्यर भी नाकाम ही रहे. पहली पारी में 35 रन बनाने के बाद दूसरी में 13 रन ही बना सके. दोनों पारियों में उन्हें स्पिनर ने ही आउट किया.
रोहित की कप्तानी
छोटे फॉर्मेट में रोहित शर्मा ने अपनी कप्तानी का लोहा मनवाया है लेकिन टेस्ट में लगातार उनके नेतृत्व पर सवाल उठते रहे हैं और यहां भी वो हाल रहा. दूसरी पारी में जब ऑली पोप समेत इंग्लिश बल्लेबाज टीम इंडिया पर भारी पड़ रहे थे तो भारतीय कप्तान भी कुछ अलग नहीं कर सके. न आक्रामक फील्ड सेटिंग दिखी, न वो खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाते दिखे. ऐसे में उनका नेतृत्व एक बार पिर सवालों के घेरे में आ गया.