नई दिल्ली : टी20 वर्ल्ड कप के सुपर-8 राउंड में भारत का मुकाबला अफगानिस्तान से हुआ. बारबाडोस के केंसिंग्टन ओवल में टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. टीम इंडिया जब ग्राउंड पर उतरी तो सबकी नजर खिलाड़ियों की बाजुओं पर गई. सभी प्लेयर काली पट्टी बांधकर मैदान पर आए. यह देखकर फैंस हैरान हो गए. वह कारणों का पता लगाने लगे कि टीम इंडिया ने ऐसा क्यों किया है.
जॉनसन के निधन पर जताया शोक
बीसीसीआई ने काली पट्टी बांधने का कारण बताया. उसने एक्स पर लिखा, ”पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज डेविड जॉनसन का गुरुवार को निधन हो गया था. उनकी याद में टीम इंडिया ने आज काली पट्टी बांधी.” जॉनसन का गुरुवार को 52 वर्ष की उम्र में बेंगलुरु में निधन हो गया. भारतीय खिलाड़ियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. जॉनसन ने भारत के लिए बहुत ही कम मैच खेले, लेकिन वह अपनी गेंदबाजी के लिए काफी मशहूर हुए. उनकी असामयिक मृत्यु से क्रिकेट जगत में शोक की लहर दौड़ गई.
157.8 की स्पीड से फेंकी थी बॉल
जॉनसन ने पहला टेस्ट 1996 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दिल्ली में खेला था. उन्होंने दिसंबर में 1996 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरा और आखिरी टेस्ट खेला था. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने पहले टेस्ट मैच की दूसरी पारी में उन्होंने 1 विकेट लिया था.जॉनसन ने माइकल स्लेटर को मोहम्मद अजहरुद्दीन के हाथों कैच कराया. दावा किया जा रहा है कि उन्होंने वह बॉल 157.8 की स्पीड से फेंकी थी. जॉनसन ने भारत के लिए 2 टेस्ट मैचों में 3 विकेट लिए. गेंदबाजी पर नियंत्रण की कमी के कारण उनका इंटरनेशनल करियर ज्यादा आगे नहीं बढ़ा.
दिग्गजों के साथ खेलने का मिला था मौका
जॉनसन के परिवार में वाइफ के अलावा 3 बच्चे हैं. उनका परिवार पैसों की किल्लत से परेशान था. उन्हें मोहम्मद अजहरुद्दीन, सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, अनिल कुंबले, जवागल श्रीनाथ और वेंकटेश प्रसाद जैसे दिग्गजों के साथ टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला था.