नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी महाराष्ट्र के सांगली पहुंचे लेकिन पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे उनके कार्यक्रम से दूर रहे। राहुल गांधी पार्टी के दिग्गज नेता पतंगराव कदम की प्रतिमा के उद्घाटन के लिए सांगली पहुंचे थे। अब ठाकरे की दूरी पर सवाल उठने लगे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के नाम की घोषणा करने की उनकी मांग को स्वीकार करने से कांग्रेस द्वारा इनकार किए जाने के बाद उद्धव ठाकरे नाराज हैं।
नाराज हैं उद्धव ठाकरे?
कांग्रेस के सहयोगी दल शिवसेना (उद्धव गुट) के प्रमुख उद्धव ठाकरे पिछले महीने ठाकरे दिल्ली दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी समेत कांग्रेस नेताओं से मुलाकात की थी। उन्होंने सीएम पद के उम्मीदवार के नाम की जरूरत के बारे में कांग्रेस नेताओं समझाने की कोशिश भी की थी। हालांकि, कांग्रेस ने उनकी मांग को स्वीकार करने से इनकार कर दिया था। शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) ने भी इस विचार को खारिज कर दिया था।
शिवसेना (यूबीटी) के एक नेता ने कहा, “जब तक कांग्रेस उद्धव की मांग नहीं मान लेती, ऐसा लगता है कि वह कांग्रेस के किसी भी शीर्ष नेता से नहीं मिलेंगे।”
कोई नाराजगी नहीं है : संजय राउत
शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि उद्धव ठाकरे नाराज़ नहीं हैं और उनके दूर रहने के फ़ैसले के पीछे कोई राजनीति नहीं है। राउत ने कहा, “उद्धव ठाकरे जी के पहले से तय कार्यक्रम हैं और कई बैठकें हैं, इसलिए वे सांगली समारोह के लिए उपलब्ध नहीं होंगे।” महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख नाना पटोले ने कहा, “मैंने उद्धवजी से मुलाकात की और उनसे कार्यक्रम में शामिल होने का आग्रह किया, लेकिन उन्होंने मुझे बताया कि वह उस दिन उपलब्ध नहीं हो पाएंगे क्योंकि वह अन्य कार्यक्रमों में व्यस्त हैं।”
सांगली में यह कार्यक्रम पतंगराव कदम के बेटे कांग्रेस विधायक विश्वजीत कदम ने आयोजित किया है। लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के बागी विशाल पाटिल के प्रचार में विश्वजीत सबसे आगे थे। विशाल पाटिल की जीत हुई, लेकिन शिवसेना सेना (यूबीटी) के उम्मीदवार को अपमानजनक हार का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि तब से सेना (यूबीटी) विश्वजीत कदम के खिलाफ नाराजगी रखती है।