जेलेंस्की ने क्यों किया NSA डोभाल को कॉल, आखिर क्या चल रहा है?राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल. (फाइल फोटो)
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के एक साल पूरा होने में एक दिन शेष रह गया है. इसके बावजूद युद्ध के खत्म होने के अभी कोई आसार नहीं दिख रहे हैं. इस बीच भारत और यूक्रेन के शीर्ष अधिकारियों के बीच टेलीफोन पर बातचीत हुई है. यूक्रेन के राष्ट्रपति के कार्यालय प्रमुख एंड्री यरमक (Andriy Yermak) ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (NSA Ajit Doval) के साथ फोन पर बातचीत की और उन्हें वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी दी, खासतौर से डोनेट्स्क में बखमुत शहर की बेहद कठिन रक्षा के बारे में. बातचीत में यूक्रेन ने कहा कि भारत का सहयोग हमारे लिए अहम है.
भारत और यूक्रेन के बीच यह बातचीत इसलिए अहम है क्योंकि युद्ध के एक साल पूरे होने जा रहे हैं. एंड्री यरमक ने एनएसए डोभाल के साथ शांति (Peace Formula) को लेकर पर चर्चा की.
‘हम जवाब देने की तैयारी कर रहे’
यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय के प्रमुख ने कहा, “हम जानते हैं कि रूस कुछ आक्रामक कार्रवाई की तैयारी में जुटा हुआ है और हम माकूल जवाब देने की तैयारी कर रहे हैं.” उन्होंने यह भी कहा कि रूसी संघ ने यूक्रेन के बेहद अहम बुनियादी ढांचों को बर्बाद करना बंद नहीं किया है और तोपखाने की मदद से आम चीजों के साथ-साथ आवासीय इमारतों पर हमला करना और आग लगाना जारी रखा है.
‘यूक्रेन को हथियारों की जरूरत’
एनएसए डोभाल के साथ अपनी बातचीत में यूक्रेन के शीर्ष अधिकारी यरमक ने कहा, “रूसी सेना बहुत प्रेरणाहीन है, जबकि यूक्रेन के योद्धा असाधारण बहादुरी और लचीलापन दिखा रहे हैं. हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक हम अपने सभी क्षेत्रों को मुक्त नहीं करा लेते. हमें लड़ने के लिए सिर्फ हथियारों की जरूरत है.”
यूक्रेन के राष्ट्रपति के कार्यालय प्रमुख एंड्री यरमक ने बातचीत में कहा कि यूक्रेन को अपने मकसद को हासिल करने के लिए व्यापक संभव समर्थन की जरुरत है.
उन्होंने कहा, “भारत के साथ सहयोग हमारे लिए बेहद अहम है. हमें विश्वास है कि आप हमारे संकल्प का समर्थन करेंगे, क्योंकि हम बॉर्डर्स की अनुल्लंघनीयता और क्षेत्रीय अखंडता को लेकर प्रतिबद्ध हैं. हमारे लक्ष्य पारदर्शी और स्पष्ट हैं.” उन्होंने कहा कि हम उनके रूसी क्षेत्र के एक सेंटीमीटर का दावा नहीं कर रहे हैं, हम बस अपना क्षेत्र वापस लेना चाहते हैं.”