नई दिल्ली। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम को लेकर अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है. इस सबके बीच सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि 18 से 20 अप्रैल तक बेंगलुरु में होने वाली बीजेपी की संभावित राष्ट्रीय बैठक की तारीख भी आगे बढ़ सकती है. इससे ये अनुमान लगाया जा रहा है कि फिलहाल अभी तक बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर तस्वीर साफ नहीं हो पाई है.
पिछले कुछ महीनों से लगातार इस बात को लेकर चर्चा चल रही है कि जल्द ही बीजेपी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष अपना कार्यभार संभाल लेगा लेकिन अभी तक इसको लेकर असमंजस की स्थिति ही बनी हुई है. इस सबके बीच बेंगलुरु में होने वाली संभावित बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की तारीख आगे बढ़ाने की जानकारी भी इसी ओर इशारा कर रही है कि फिलहाल बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम को लेकर अभी और इंतजार करना होगा.
‘बीजेपी नेताओं के पास कोई जानकारी नहीं’
सूत्रों के मुताबिक अभी तक बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को लेकर फिलहाल बीजेपी के नेताओं के पास कोई जानकारी नहीं पहुंची है. अमूमन राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को लेकर नेताओं को कई दिनों पहले जानकारी दे दी जाती है लेकिन फिलहाल अब तक बीजेपी के नेताओं को किसी तरह की जानकारी नहीं मिली है. इसी वजह से चर्चा यही है कि फिलहाल 18 से 20 अप्रैल के बीच भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को लेकर कुछ दिनों पहले तक जो चर्चा चल रही थी वह अब टलकर आगे बढ़ सकती है.
कम से कम 50 फीसदी प्रदेशों में चुनाव संपन्न होना जरूरी
सूत्रों के मुताबिक अध्यक्ष के नाम में एलान की देरी की एक बड़ी वजह बीजेपी के अलग-अलग राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष और संगठनात्मक चुनाव में हो रही देरी को माना जा रहा है. अब तक की जानकारी के मुताबिक 36 प्रदेशों में से फिलहाल बीजेपी के 13 प्रदेशों में ही प्रदेश अध्यक्षों और संगठनात्मक चुनाव पूरे हो पाए हैं. बीजेपी के संविधान के मुताबिक कम से कम 50 फीसदी प्रदेशों में चुनाव संपन्न होना जरूरी है. यानी इस लिहाज से कम से कम 19 प्रदेशों में संगठनात्मक चुनाव पूरा होने के बाद ही राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम को लेकर तस्वीर साफ हो सकती है.
इसी वजह से माना यह जा रहा है कि नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम के एलान के बाद ही भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी, जिसमें नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम का अनुमोदन किया जाएगा.