भोपाल. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एक बार फिर चर्चा में हैं. दरअसल, उन्हें कांग्रेस पार्टी नई दिल्ली में बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है. पार्टी नई कांग्रेस कमेटी का गठन जल्द करेगी. माना जा रहा है कि अगले पंद्रह दिनों में इसका गठन हो सकता है. इसमें कमलनाथ को पार्टी कोषाध्यक्ष या महासचिव पद की जिम्मेदारी दे सकती है. मध्य प्रदेश कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पिछले एक महीने से पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से लगातार फोन पर बात कर रहे हैं.
पूर्व सीएम कमलनाथ 3 सितंबर को दिल्ली गए थे. भोपाल से प्रकाशित अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिकि, उन्होंने वहां राहुल गांधी से मुलाकात की थी. इस मुलाकात को लेकर प्रदेश कांग्रेस में कयास लगाए जा रहे थे कि कमलनाथ नई कांग्रेस कमेटी का हिस्सा होंगे. उसके बाद जब कमलनाथ 4 सितंबर को वापस लौटे तो पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने उनसे उनके घर पर मुलाकात की थी. एक पार्टि पदाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जब से बीजेपी ने हमारे बैंक अकाउंट पर प्रतिबंध लगाया है, तब से पार्टी आर्थिक परेशानियों से गुजर रही है. चुनाव में भी बहुत तकलीफ हुई.
कांग्रेस को मजबूत नेता की जरूरत
पदाधिकारी ने बताया कि इसलिए पार्टी को एक ऐसे मजबूत नेता की जरूरत है जिसके अच्छे खासे संपर्क हों और वह फंड जुटा सके. और इस मामले में कमलनाथ से बेहतर और कोई नहीं. इसलिए इस बात की प्रबल संभावनाएं हैं कि पार्टी उन्हें कोषाध्यक्ष बना सकती है. कमलनाथ केंद्र में वाणिज्य और उद्योग मंत्री रह चुके हैं. कमलनाथ के ऑफिस के सूत्रों का कहना है कि नई कमेटी के गठन के बाद कमलनाथ वैसे तो नई दिल्ली में ज्यादा वक्त बिताएंगे, लेकिन मध्य प्रदेश से विधायक बने रहेंगे.
कांग्रेस की तीन पीढ़ियों के साथ काम कर चुके कमलनाथ
गौरतलब है कि, कमलनाथ अकेले ऐसे शख्स हैं जिन्होंने गांधी परिवार की तीनों पीढ़ियों के साथ काम किया है. उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने छिंदवाड़ा से चुनाव लड़वाया था. उसके बाद उन्होंने राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ भी काम किया. स्कूल के दिनों में संजय गांधी का दोस्त होने की वजह से पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू भी उन्हें करीब से जानते थे.