मास्को: रूस की सरकार एक ऐसे मंत्रालय की स्थापना करने पर विचार कर रही है जो देश की जनता में कम होती काम वासना और जन्मदर में आ रही गिरावट से निपटेगा। रूस यह कदम ऐसे समय पर उठा रहा है जब देश के बड़ी संख्या में पुरुष यूक्रेन युद्ध लड़ने के लिए भेज दिए गए हैं। यही नहीं ब्रिटिश मीडिया का दावा है कि यूक्रेन युद्ध में 6 लाख रूसी सैनिक मारे गए हैं। इसी वजह से रूसी अधिकारी नित नए अनोखे विचार लेकर आ रहे हैं ताकि गिरती जन्मदर को कम किया जा सके और रूसी जनता को ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। वहीं रूसी महिलाओं ने इस तरह के आइडिया का कड़ा विरोध किया है।
इससे पहले एक अन्य विचार में कहा गया था कि रात को 10 से सुबह 2 बजे के बीच इंटरनेट और लाइट को बंद कर दिया जाए ताकि युवा संबंध बनाएं और बच्चे पैदा करें। एक अन्य अनोखे आइडिया में कहा गया है कि सरकार महिलाओं को घर पर बच्चे पालने और घर के काम करने के लिए पैसे दे। यही नहीं रूस का यह नया मंत्रालय रूसी कपल को उनके पहले डेट पर भारी भरकम पैसा दे। यही नहीं सरकारी पैसे से शादी की रात के लिए होटल में कमरा बुक किया जाए ताकि इससे गर्भधारण को बढ़ावा दिया जाए।
रूसी कपल्स को जमकर पैसा दे रही सरकार
मोस्कविच मंत्रालय के मुताबिक रूस के सेक्स मंत्रालय के इस प्लान के खिलाफ अब एक याचिका भी दायर हो गई है। द सन की रिपोर्ट के मुताबिक इस तरह के सनकभरे आइडिया के पीछे कौन है, इसका अभी खुलास नहीं हो पाया है। वहीं रूस के अन्य इलाकों में कपल्स को बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु एक नया कदम उठाया गया है। खबरोस्क इलाके में 18 साल से 23 साल की लड़कियों को बच्चे पैदा करने के लिए काफी बड़ी धनराशि दी जा रही है। रूस के अन्य इलाकों में भी पहला बच्चा होने पर काफी बड़ी धनराशि दी जा रही है।
आलम यह है कि रूस के एक क्षेत्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने मांग की है कि महिलाएं काम करने के दौरान यौन संबंध बनाएं ताकि वे गर्भवती हों। दरअसल, रूस में घटते जन्मदर से सरकार की हालत खराब है। इसलिए सरकार चाहती है कि महिलाएं ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करें। रूस के राष्ट्रपति पुतिन भी रूसी महिलाओं से अपील कर चुके हैं कि वे ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करें। यूक्रेन युद्ध ने रूस के इस संकट को और ज्यादा बढ़ा दिया है।