अक्षय कुमार की फिल्म ‘बच्चन पांडे’ रिलीज से पहले ही विवादों में आ गई है। सोशल मीडिया पर फिल्म के बायकॉट की मांग हो रही है। 18 मार्च को होली के मौके पर रिलीज हो रही इस फिल्म से जहां उनके फैंस को खासी उम्मीदें हैं, वहीं बहिष्कार की मांग ने एक झटका भी दिया है। जाहिर है ऐसे में आपको भी हैरानी हो रही होगी कि भला ऐसा हो क्यों रहा है? यदि आपने भी ट्विटर का रुख किया होगा तो गुरुवार शाम से आपको #BoycottBachchhanPaandey हैशटैग ट्रेंड करता हुआ दिख रहा होगा। दरअसल, एक खास वर्ग का कहना है कि यह फिल्म हिंदुओं का और पंडितों का अपमान करता है। उन्हें पर्दे पर गलत और नेगेटिव दिखा रहा है। आइए बारीकी से समझते हैं।
‘पंडित को क्यों बनाया है फिल्म में विलन?’
अक्षय कुमार, कृति सेनन और जैकलीन फर्नांडिस की फिल्म ‘बच्चन पांडे’ पर लोगों के गुस्से की मूल वजह है, इसका टाइटल और मुख्य किरदार। सोशल मीडिया पर फिल्म के बायकॉट की मांग करते हुए लोग लिख रहे हैं कि बॉलिवुड के फिल्ममेकर्स जानबूझकर हिंदुओं और ब्राह्मणों की पर्दे पर नेगेटिव इमेज दिखा रहे हैं। फिल्म में मुख्य किरदार का नाम बच्चन पांडे है यानी की पंडित और वह एक विलन की भूमिका में है। विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि सिर्फ फिल्म ही नहीं, समूचे बॉलिवुड का ही बायकॉट किया जाना चाहिए। यही नहीं, फिल्म का टैगलाइन भी है, ‘होली पर गोली।’
‘मुसलमान डारेक्टर ने जानबूझकर किया है ऐसा’
एक ओर जहां बॉक्स ऑफिस पर कश्मीरी पंडितों को देखकर दर्शकों के दिलों में गहरा दर्द हुआ है, वहीं कुछ लोगों का यह भी कहना है कि एक मुसलमान डायरेक्टर फरहद सामजी ने जानबूझकर फिल्म में नेगेटिव किरदार को दिखाने के लिए हिंदू हीरो अक्षय कुमार को चुना और कैरेक्ट का नाम भी हिंदू पंडित वाला दिया। कुछ लोग इस फिल्म की तुलना ‘द कश्मीर फाइल्स’ से भी कर रहे हैं।
IMDb पर गिरी ‘बच्चन पांडे’ की रेटिंग
वैसे, ‘बच्चन पांडे’ के विरोध का दौर सिर्फ सोशल मीडिया तक सीमित नहीं है। IMDb पर फिल्म को जमकर नेगेटिव रिव्यूज दिए जा रहे हैं। इसका आलम यह है कि शुक्रवार दोपहर तक IMDb पर ‘बच्चन पांडे’ की रेटिंग 2.9 है।
ये है फिल्म की कहानी, कोरिया में आ चुकी है ऐसी ही फिल्म
वैसे, जानकारी के लिए बता दें कि ‘बच्चन पांडे’ को साजिद नाडियाडवाला ने प्रोड्यूस किया है। फिल्म में पंकज त्रिपाठी और प्रतीक बब्बर भी हैं। कहानी एक गुंडे-बदमाश की है। यह साउथ कोरिया की फिल्म ‘ए डर्टी कार्निवल’ से प्रेरित है। फिल्म की कहानी एक नए-नवेले फिल्म मेकर और फिल्म प्रड्यूसर की है। दोनों एक गैंगस्टर के पास पहुंचते हैं और उसकी कहानी पर फिल्म बनाना चाहते हैं, लेकिन यहीं से मजेदार अंदाज में ट्विस्ट आता है और दोनों को समझ आता है कि वह गैंगस्टर की जद में फंस चुके हैं।