नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने 10 मार्च को पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के आवास पर छापेमारी की थी. इस छापेमारी के संबंध में चैतन्य बघेल आज भी ईडी के सामने पेश नहीं होंगे. इसको लेकर अब भूपेश बघेल ने ही बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने कहा कि ईडी की तरफ से उनके परिवार को कोई नोटिस ही नहीं मिला है, जब मिलेगा तब जरूर जाएंगे.
भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल से भिलाई 3 स्थित निवास पर लगभग 9 घंटे तक पूछताछ की गई थी. पूछताछ के बाद यह जानकारी सामने आई थी कि 15 मार्च को चैतन्य रायपुर स्थित ईडी के दफ्तर पहुंचेंगे और ईडी के समक्ष अपना बयान दर्ज कराएंगे लेकिन भूपेश बघेल ने सिरे से इस पूरे मुद्दे को खारिज कर दिया.
मुझे कोर्ट ने डिस्चार्ज कर दिया है – भूपेश बघेल
मीडिया से बातचीत में भूपेश बघेल ने कहा, ”कोई नोटिस ही नहीं आया है तो जाने का सवाल नहीं है. जब नोटिस आएगा तो जाएंगे. ईडी का काम है मीडिया में हाइप करना. किसी जगह दिखाया गया कि नोट गिनने की मशीन ले जाई जा रही है. एजेंसी का उपयोग इसलिए किया जाता है कि सामने वाले को बदनाम किया जा सके. अभी तक यही करते आ रहे हैं. सात साल तक केस चला, कोर्ट में मामला गया तो मुझे डिस्चार्ज कर दिया गया. केस हो गया खत्म. यह किसी भी नेता को बदनाम करने की बीजेपी की साजिश है.”
भूपेश बघेल ने जहां इस छापेमारी को साजिश बताया है. वहीं, बीजेपी का कहना है कि सभी को पता है कि भूपेश बघेल सरकार में बड़े-बडे़े घोटाले हुए हैं. अगर उन्हें लगता है कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया तो उन्हें छापेमारी से घबराने की जरूरत नहीं है.