मुंबई: महाराष्ट्र में बीजेपी की कभी अहम सहयोगी रही उद्धव ठाकरे की शिवसेना क्या फिर से साथ आएगी? इसको लेकर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और बीजेपी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने तस्वीर साफ कर दी है.
एबीपी लाइव के खास कार्यक्रम आइडिया ऑफ इंडिया में फडणवीस ने कहा कि उद्धव ठाकरे की पार्टी के साथ गठबंधन नहीं हो सकता है. फडणवीस ने कहा, ”राजनीतिक मतभेद होते हैं, उसे पाटना आसान होता है. आपके और हमारे मुद्दे के ऊपर मतभेद है तो हम कॉमन ग्राउंड बनाकर साथ आ सकते हैं. यहां पर हमारा मन दुखी है. यहां केवल राजनीतिक मतभेद नहीं है. दिन रात, सुबह शाम, वो और उनके लोग हमारे नेता पीएम मोदी को गाली देंगे, जो हमारे विरोधी भी नहीं कहते हैं, तो मुझे नहीं लगता कि हम जा पाएंगे. कोई सवाल नहीं उठता है.”
पीएम मोदी को गालियां दे रहे- देवेंद्र फडणवीस
देवेंद्र फडणवीस ने आगे कहा, ”हमारा मन दुखी है, हम मन से दुखी हैं, साथ जाने का सवाल ही नहीं उठता. उन्होंने एक दो बार मोदी की तारीफ की होगी तो पता नहीं, लेकिन दिन में उठने से लेकर सोने तक 10 से 20 गालियों मोदी के लिए नहीं निकाली तो उनको खाना नहीं पचता. उन्होंने अपनी राह पकड़ी है, हमने अपनी राह पकड़ी है.”
”उद्धव ठाकरे ने फोन तक नहीं उठाए”
उद्धव ठाकरे से दोस्ती के सवाल पर देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मित्र वो होता है जो कोई बात अगर हमारी और आपकी नहीं जमती है तो इतनी हिम्मत होनी चाहिए कि फोन उठाकर बोल दें कि नहीं हो पाएगा. जिस समय गठबंधन की बात कर रहे थे, उनको मुख्यमंत्री बनना था. पांच साल मैं सीएम था, वो हमारे साथी थे.
उन्होंने आगे कहा, ”उनसे (उद्धव ठाकरे) दिन-रात बात होती रहती थी और जब गठबंधन की बात हुई तो उनमें इतनी भी शिष्टाचर नहीं थी कि फोन पर आकर कह दें कि देवेंद्र जी आपके साथ नहीं जाना है. दरवाजा तो उन्होंने बंद किया. इसलिए उद्धव ठाकरे दोस्त हैं या नहीं उनसे पूछना होगा. उसके बाद हमारी फॉर्मल बात नहीं हुई, आमने-सामने मिलते हैं तो दुआ-सलाम होता रहता है.”