नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव नजदीक है. सभी दल सियासी चौसर बिछाने में जुट गए हैं. उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन में शह-मात का खेल चल रहा है. सीटों को लेकर सपा-कांग्रेस में मनमुटाव बना हुआ है. उधर, कांग्रेस बसपा को गठबंधन में शामिल करने को लेकर भी प्रयासरत है. चर्चा है कि बसपा सुप्रीमो मायावती के जन्मदिन दिन पर कांग्रेसी बधाई संदेश के जरिये हाथी वाली पार्टी से नजदीकी बढ़ाएंगे. जब्कि, मायावती अभी तक गठबंधन में शामिल होने से इनकार ही करती रही हैं. बसपा प्रमुख मायावती का जन्मदिन सभी कार्यकर्ता जनकल्याणकारी दिवस के रूप में मनाएंगे. जिला यूनिट भी अपनी सुप्रीमो का जन्मदिन मनाएंगी.
इसके साथ ही बसपा लोकसभा चुनाव की तैयारियों का आगाज भी कर देगी. इसी दौरान संभावित प्रत्याशियों के बायोडाटा की स्क्रीनिंग शुरू हो जाएगी. साथ ही उन्हें क्षेत्र भ्रमण का आदेश भी हो जाएगा. बसपा चीफ इस अवसर पर अपने समर्थकों और पार्टी नेताओं को चुनावी संदेश भी देंगी. दरअसल, विपक्षी पार्टियां मायावती को भी अपने नए गठबंधन में शामिल करना चाहती हैं. चर्चा है कि कांग्रेस के कुछ प्रमुख नेता 15 जनवरी को मायावती से मिल सकते हैं. वे मायावती के जन्मदिन की बधाई के साथ गठबंधन में शामिल होने को लेकर भी चर्चा कर सकते हैं. इसके बाद कांग्रेस समाजवादी पार्टी के साथ बैठक करेगी.
प्लान-बी पर काम कर रही कांग्रेस
चर्चा है कि समाजवादी पार्टी से सीटों को लेकर हो रहे मनमुटाव पर कांग्रेस अपने प्लान-B पर काम कर रही है. लिहाजा, वह बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन का चुनाव लड़ने की संभावनाएं बरकरार रखना चाहती है. इसे लेकर 12 जनवरी को सपा-कांग्रेस की बैठक टलने के बाद कयास और तेज हो गए हैं. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि हम लोग 15 जनवरी को अयोध्या जा रहे हैं. बसपा चीफ से जन्मदिन पर मुलाकात या गठबंधन में शामिल होने संबंधी निर्णय शीर्ष नेतृत्व करेगा.