उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज जोशीमठ का दौरा किया और प्रभावित इलाकों का निरीक्षण भी किया. सीएम धामी ने भू-धंसाव से प्रभावित हुए परिवारों से मुलाकात की. सीएम से मिलने के दौरान कुछ लोग उनके गले लगकर रोने लगे. इस दौरान सीएम धामी ने लोगों को ढांढस बंधाया. सीएम धामी ने कहा कि आप लोग चिंता न करें. हम मानसून से पहले सब ठीक कर देंगे. किसी प्रकार की चिंता करने की जरूरत नहीं है. प्रशासन की टीम आप लोगों की मदद में लगी हुई है.
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पानी के रिसाव से काफी घरों में दरारें आई हैं. हमारा प्रयास यही है कि सभी को सुरक्षित किया जाए. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का काम किया जा रहा है. भूं-धंसाव के कारणों का पता भी लगाया जा रहा है. जरूरी चीजें भी की जा रही है.
CM धामी बोले- पुनर्वासित करने पर हो रहा विचार
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हम इस बात पर भी विचार कर रहे हैं कि क्या लोगों को यहां से पलायन करने और पुनर्वासित करने की जरूरत है. हम इसके लिए जगह भी तलाश रहे हैं. फिलहाल यह सर्दी का मौसम है. इसलिए, हम उन मुद्दों पर गौर कर रहे हैं जिन पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है.
हमारा प्रयास सभी को सुरक्षित बचाना- CM धामी
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारा प्रयास सभी को सुरक्षित बचाना है. आवश्यक व्यवस्था के लिए तैयारी की गई है. हमारा पहला काम लोगों को सुरक्षित इलाकों में पहुंचाना है. हमारे भूवैज्ञानिक काम कर रहे हैं. इसरो के साथ गुवाहाटी संस्थान, IIT रुड़की भी बातचीत कर रहा है. हर कोई कारणों की तलाश कर रहा है.
जोशीमठ में निर्माण कार्यों पर लगी रोक
बता दें, जोशीमठ-मलारी सीमा सड़क, जो भारत-चीन सीमा को जोड़ती है, वहां पर भूस्खलन के कारण कई स्थानों पर दरारें आ गई हैं. रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण जोशीमठ-मलारी सीमा सड़क मलारी टैक्सी स्टैंड के पास धंस गई है. वहीं जोशीमठ में अगले आदेश तक सभी निर्माण गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है.