नई दिल्ली। किसी नियम को लेकर टूर्नामेंट में खेलने वाले सभी कप्तान एकजुट हो जाए तो ये मान लेना चाहिए की उस नियम में कुछ ना कुछ लोचा है. 20 मार्च को मुंबई में आईपीएल के सभी 10 टीमों के कप्तानों की मीटिंग हुई. इस मीटिंग के बाद बीसीसीआई ने आईपीएल में कई नियमों में बदलाव किए हैं. इस मीटिंग में इम्पैक्ट प्लेयर नियम को लेकर भी चर्चा हुई, जो लागू होने के बाद से चर्चा का विषय बना है.
पहले मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पंड्या और फिर बाकी के कप्तानों ने भी आईपीएल में इम्पैक्ट प्लेयर नियम पर अपनी असहमति दर्ज कराई . इससे पहले कई पूर्व खिलाड़ी और वर्तमान में खेल रहे खिलाड़ियों ने इसको लेकर टिपण्णी की है. . अब आईपीएल 2025 से पहले हुई सभी कप्तानों की मीटिंग में भी इस पर चर्चा हुई.
कप्तानों की मीटिंग में सबसे बड़ा सवाल यहीं था कि क्या आईपीएल में इम्पैक्ट प्लेयर नियम खत्म होगा जिसका जवाब है नहीं. इम्पैक्ट प्लेयर नियम आईपीएल 2025 में भी लागू रहेगा. खबर आई है कि सभी कप्तानों की मीटिंग के बाद बीसीसीआई ने फैसला लिया है कि इम्पैक्ट प्लेयर नियम अभी आईपीएल 2025 में लागू रहेगा. इस नियम के हटाए जाने की वकालत के पीछे की बड़ी वजह अगले साल होने वाला टी-20 वर्ल्ड कप है जिसमें इस नियम की कोई जगह नहीं है.
इम्पैक्ट प्लेयर नियम से परहेज क्यों?
कई एक्सपर्ट्स मानना है कि ये ऑलराउंडर खिलाड़ियों के महत्त्व को कम करता है. दरअसल इस नियम के तहत टीमें किसी प्रॉपर गेंदबाज या बल्लेबाज को इम्पैक्ट प्लेयर बनाकर प्लेइंग 11 का हिस्सा बना लेती है. इम्पैक्ट प्लेयर नियम के तहत टॉस के बाद दोनों कप्तानों को प्लेइंग 11 लिस्ट और उन 5 खिलाड़ियों के नामों की लिस्ट देना होता है, जिन्हे वह सब्स्टीट्यूट चुनते हैं. इन 5 सब्स्टीट्यूट प्लेयर्स में से कोई एक इम्पैक्ट प्लेयर बनकर मैच के दौरान प्लेइंग 11 का हिस्सा बन सकता है.
इम्पैक्ट प्लेयर की जगह प्लेइंग 11 में शामिल किसी एक प्लेयर को बाहर जाना पड़ता है और फिर वह उस मैच में दोबारा नहीं खेल सकता. इम्पैक्ट प्लेयर नियम आईपीएल 2023 में पहली बार लागू हुआ था. चेन्नई बनाम गुजरात (CSK vs GT) मैच में इसका पहली बार इस्तेमाल हुआ था. कप्तानों की मीटिंग के बाद एक बात तो साफ हो चुकी है कि अगले सीजन में ये नियम खत्म कर दिया जाएगा