नई दिल्ली: ‘रोहित शर्मा की टीम’, टी20 वर्ल्ड कप 2024 फाइनल के बाद शायद हमें यह बोलने का मौका न मिले. रोहित वो कप्तान हैं जिनके आगे एक आईसीसी ट्रॉफी का ठप्पा पहले ही लग जाना था, लेकिन यह सपना फिलहाल अधूरा है. इस वर्ल्ड कप में टीम इंडिया मिशन आईसीसी ट्रॉफी से महज एक कदम दूर है. मुद्दा ये है कि रोहित-कोहली जैसे महान प्लेयर्स के पास अपनी थकी आंखों को सुकून देने का आखिरी चांस हो सकता है. दोनों दिग्गजों की आंखे टी20 वर्ल्ड कप 2022 और वनडे वर्ल्ड कप में नम थी जब टीम इंडिया ट्रॉफी के करीब जाकर वापस लौटी. लेकिन इस बार उन सभी हार का हिसाब बराबर हो चुका है. अब इंतजार है 29 जून को फाइनल में ऐतिहासिक जीत का और सामने होगी साउथ अफ्रीका की टीम.
टी20 में रोहित-कोहली के युग का हो सकता है अंत
टी20 वर्ल्ड कप 2022 के बाद रोहित-कोहली की टी20 क्रिकेट में वापसी लगभग एक साल बाद हुई. रोहित शर्मा एक बार फिर कप्तान बने और नतीजा सभी के सामने है. टीम इंडिया ट्रॉफी से महज एक कदम दूर है. हो सकता है टी20 वर्ल्ड कप 2024 का फाइनल मुकाबला रोहित-कोहली का आखिरी टी20 मैच हो. बीसीसीआई और राष्ट्रीय चयनकर्ताओं को ने इशारा कर दिया है कि भारतीय क्रिकेट मोड़ लेने वाला है. अगले महीने जिम्बाब्वे सीरीज से इस बदलाव की शुरुआत होगी. रोहित, कोहली के अलावा इस लिस्ट में रवींद्र जडेजा भी हैं. तीनों ने तीनों फॉर्मेट में टीम इंडिया के लिए अपार योगदान दिया.
रोहित-कोहली का युग यादगार
कोहली और रोहित का युग अभी तक शानदार रहा है, बस चाहत है तो आईसीसी ट्रॉफी का सूखा खत्म करने की. यदि फाइनल में टीम इंडिया खिताबी जीत दर्ज करती है तो विराट कोहली के लिए यह शानदार होगा. क्योंकि विराट 2011 वर्ल्ड कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी जीत चुके हैं. रोहित शर्मा के लिए यह सपने के पूरा होने जैसा होगा. दोनों दिग्गजों के कंधों पर अब तक 8334 टी20 अंतर्राष्ट्रीय रन, छह शतक, 69 अर्धशतक और 119 कैच स्टार जैसे लगे हुए हैं. यह ट्रॉफी उनकी विरासत के लिए एक सटीक प्रमाण होगी, जो उनके अधिकार के रूप में होगी क्योंकि वे उन महान लोगों के बीच खड़े हैं जो उनके सामने आए थे.
29 जून को महाजंग
भारत ने सेमीफाइनल मुकाबले में इंग्लैंड से पुराना हिसाब बराबर किया. टीम इंडिया ने इंग्लिश टीम पर 68 रन की बड़ी जीत दर्ज की. ये वही टीम थी जिसने टी20 वर्ल्ड कप 2022 सेमीफाइनल में भारत को बाहर का रास्ता दिखा दिया था. टीम इंडिया ने बदला लेकर दिल को ठंडक पहुंचा ली है. लेकिन बदले की असली आग खिताबी जीत से ही बुझेगी. 29 जून को भारत और साउथ अफ्रीका बारबडोज में भिडे़ंगे.