नई दिल्ली: दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड ने हाल ही में अपने एक फैसले से क्रिकेट जगत में तूफान मचा दिया है. बता दें कि दक्षिण अफ्रीका को फरवरी 2024 में दो मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए न्यूजीलैंड का दौरा करना है. दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज 4 फरवरी से 17 फरवरी 2024 तक खेली जाएगी. दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड ने न्यूजीलैंड के खिलाफ इस दो मैचों की अहम टेस्ट सीरीज को ज्यादा तूल नहीं देते हुए एक बेहद कमजोर टीम का चयन किया है.
दरअसल, दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड ने न्यूजीलैंड के खिलाफ दो मैचों की अहम टेस्ट सीरीज के लिए 7 अनकैप्ड खिलाड़ियों को चुना है. दक्षिण अफ्रीका के इस फैसले ने क्रिकेट जगत में तूफान मचाने का काम किया है. न्यूजीलैंड के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए कमजोर टीम चुनने के बाद दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड की खूब आलोचना हो रही है. दक्षिण अफ्रीका टेस्ट क्रिकेट को लेकर कितना गंभीर है उसको लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं.
दक्षिण अफ्रीका के एक फैसले ने पूरी दुनिया में मचाया तूफान
दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड पर सवाल उठ रहा है कि क्या वह अपने मजबूत खिलाड़ियों को टेस्ट क्रिकेट की बजाय घरेलू टी20 लीग में उतारने को ज्यादा तरजीह दे रहा है. दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड का ये फैसला टेस्ट क्रिकेट के लिए बेहद घातक माना जा रहा है. भविष्य में अगर सभी देश दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड की तरह फैसला लेने लगे तो फिर टेस्ट क्रिकेट बर्बाद हो सकता है. दक्षिण अफ्रीका ने न्यूजीलैंड के टेस्ट दौरे के लिए सात नए चेहरों को चुना है, जिसमें कप्तान भी नया है. दक्षिण अफ्रीका के टॉप क्रिकेटर उस समय दक्षिण अफ्रीका टी20 लीग खेलेंगे जो पिछले साल सीएसए और आईपीएल निवेशकों ने शुरू की है.
नील ब्रांड करेंगे दक्षिण अफ्रीका की कप्तानी
दक्षिण अफ्रीका ने फरवरी में होने वाले न्यूजीलैंड टेस्ट दौरे के लिए 14 सदस्यीय टीम की घोषणा की. जिसकी कप्तानी सलामी बल्लेबाज नील ब्रांड करेंगे, जो टीम के सात अनकैप्ड खिलाड़ियों में से हैं. टीम में कैप्ड टेस्ट खिलाड़ी बल्लेबाज डेविड बेडिंघम, जुबैर हमजा और कीगन पीटरसन होंगे. न्यूजीलैंड दौरे पर अन्य कैप्ड खिलाड़ियों में बल्लेबाज खाया जोंडो, डुएन ओलिविर और डेन पैटरसन की तेज गेंदबाजी जोड़ी और स्पिनर डेन पिड्ट शामिल हैं. क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) ने घरेलू मैदान पर एसए20 लीग के दूसरे सीजन के साथ सीरीज के टकराव के कारण एक कमजोर टेस्ट टीम को मैदान में उतारने का फैसला किया है.