नई दिल्ली: कनाडा में भारतीय मूल के सांसद चंद्र आर्य ने प्रधानमंत्री पद के लिए अपनी उम्मीदवारी पेश की है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर गुरुवार (9 जनवरी) की रात में 2 मिनट 36 सेकंड की एक वीडियो पोस्ट किया. इस वीडियो में सांसद चंद्र आर्य ने कनाडा का प्रधानमंत्री बनने की बात कही. चंद्र आर्य ने कनाडा के पूर्व पीएम जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफा देने के बाद इस बात की घोषणा की है. ट्रू़डो के इस्तीफे के बाद पीएम पद की दावेदारी के लिए देश में सियासी हलचल तेज हो गई.
देश के पुनर्निर्माण के लिए करूंगा कामः चंद्र आर्य
चंद्र आर्य ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “मैं कनाडा का अगला प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में हूं. जिससे हमारे देश के पुनर्निर्माण और भावी पीढ़ियों के लिए समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए एक कुशल सरकार का नेतृत्व कर सकूं.” उन्होंने कहा, “हम ऐसी समस्याओं का सामना कर रहे हैं जो देश में कई पीढ़ियों से नहीं देखी है और इन्हें सुलझाने के लिए मजबूत और बड़े फैसले लेने की जरूरत होगी.”
उन्होंने कहा, “मैंने हमेशा कनाडा के लोगों के लिए कड़ी मेहनत की है. यदि मुझे लिबरल पार्टी का अगला नेता चुना जाता है तो मैं कनाडा में व्यापत समस्याओं से निपटने के लिए अपना ज्ञान और अनुभव साझा करूंगा.
कनाडा में आज कई लोग विशेष रूप से देश की युवा पीढ़ी कई समस्याओं का जुझ रही है. वहीं, कई कामकाजी मध्यम वर्ग के परिवार गरीबी में जी रहे हैं. इन समस्याओं के समाधान के लिए देश में ऐसे नेतृत्व की जरूरत है जो देश के लिए बड़े निर्णय लेने में न डरे जिससे देश की अर्थव्यवस्था का पुनर्निर्माण हो और कनाडा के लोगों के लिए समान अवसर पैदा हो सके.
जस्टिन ट्रूडो के कभी करीबी थे चंद्र आर्य
उल्लेखनीय है कि भारतीय मूल के कनाडाई सांसद चंद्र आर्य पहले पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के करीबी थे, लेकिन ट्रूडो के भारत विरोधी रवैये के सामने आते ही आर्य ने ट्रूडो से दूरी बना ली.
कनाडा में हिंदुओं की आवाज बने चंद्र आर्य
सांसद चंद्र आर्य ने कनाडा के संसद में अक्सर भारत और कनाडा में रहने वाले हिंदू समुदाय के पक्ष में आवाज बुलंद की है. ब्रैम्पटन शहर में हिंदू मंदिर पर हमले के बाद चंद्र आर्य ने न सिर्फ इस मुद्दे पर मुखरता से अपनी बात रखी, बल्कि हिंदुओं के आवाज भी बने थे. इसके अलावा वह हमेशा खालिस्तानी गतिविधियों को लेकर भी मुखर रहे हैं.
चंद्र आर्य का जन्म कनार्टक के तुमकुरु में हुआ. उन्होंने एमबीए की पढ़ाई कौसाली इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज से की. हालांकि, भारत में पढ़ाई करने के बाद वह साल 2006 में कनाडा चले गए. राजनीति में उतरने से पहले वह आर्य इंडो-कनाडा ओटावा बिजनेस चैंबर के अध्यक्ष थे. उल्लेखनीय है कि चंद्र आर्य ने 2015 में 2015 में पहली बार कनाडा का फेडरल इलेक्शन लड़ा था और चुनाव जीत संसद पहुंचे थे. इसके बाद वह 2019 में दोबारा चुनाव जीतकर दूसरी बार सांसद बने