नई दिल्ली: अगर आप भी अक्सर ट्रेनों से सफर करते हैं तो यह खबर आपके काम की है. जी हां, भारतीय रेलवे की तरफ से यात्रियों को बेहतर रेल सेवाएं देने के मकसद से बड़ा कदम उठाने की तैयारी की जा रही है. रेल राज्य मंत्री वी सोमन्ना (V Somanna) ने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से कोंकण रेलवे का भारतीय रेलवे में मर्जर करने के बारे में सोच रही है. अगर ऐसा होता है तो इसका असर यह होगा कि लोगों को बेहतर रेल सेवाएं दी जा सकेंगी.
सफर करने में पहले से ज्यादा सहूलियत होगी
रेल मंत्री ने कहा कि वे कोंकण रेलवे को भारतीय रेलवे के साथ मर्ज करने से ट्रेनें और अच्छी तरह चलेंगी. साथ ही लोगों को यात्रा करने में ज्यादा सुविधा होगी. सोमन्ना ने पुणे-हुबली के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन का स्वागत करने के लिए रेलवे स्टेशन पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि कोंकण रेलवे का नेटवर्क केरल से महाराष्ट्र तक फैला हुआ है. अकेले कर्नाटक राज्य में इसकी लंबाई 742 किमी की है.
यात्रियों को बेहतर सेवाएं देने की जरूरत
डेक्कन हेराल्ड में प्रकाशित खबर के अनुसार सोमन्ना ने जोर देकर कहा कि यात्रियों को और ज्यादा बेहतर सेवाएं देने की जरूरत है. इसलिए भारतीय रेलवे के साथ इसके मर्जर पर बातचीत चल रही है. उन्होंने कहा, ‘हमने कर्नाटक, केरल और गोवा सरकार के साथ बातचीत की है. महाराष्ट्र से बातचीत करने के बाद इसको मर्ज करने का प्रोसेस शुरू किया जाएगा.’ इससे पहले रेलवे राज्य सरकार के 50% योगदान से राज्य में अलग-अलग परियोजनाओं पर काम कर रहा था. लेकिन अब, राज्य सरकार का कोई सहयोग नहीं मिल रहा है.
ऐसे में केंद्र सरकार ने फैसला किया है कि सभी तरह का खर्च केंद्र सरकार ही उठाएगी. उन्होंने कहा कि राज्य के कई अधूरे पड़े प्रोजेक्ट को जल्द पूरा किया जाएगा. उन्होंने यह भी बताया कि बेलागवी और धारवाड़ के बीच की सीधी रेलवे लाइन का काम तीन साल में पूरा हो जाएगा. उन्होंने कहा कि जमीन अधिग्रहण तीन महीने में पूरा हो जाएगा और इसे रेलवे को सौंप दिया जाएगा.