नई दिल्ली। आज यानी 22 अप्रैल का दिन बेहद खास माना जाता है क्योंकि हर साल इस दिन को पूरा विश्व अर्थ डे के रुप में मनाता है। यह न केवल हमारी धरती के प्रति प्रेम और जिम्मेदारी का प्रतीक है बल्कि हमें यह भी याद दिलाने का दिन है कि हमारी धरती पर कई तरह के संकट मंडरा रहे हैं औ अगर हम सचेत नहीं हुए तो आने वाली पीढ़ियों के लिए हम कुछ नहीं बचा पाएंगे।
इस साल की अर्थ डे 2025 का थीम है, “हमारी शक्ति, हमारा ग्रह” जो इस बात पर जोर देती है कि जब व्यक्ति, समुदाय और राष्ट्र एकजुट होते हैं तो वे मिलकर एक अधिक स्वस्थ और सुंदर भविष्य की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।
आईए जानते हैं आखिर क्यों और कब से मनाया जाता है अर्थ डे? संकटग्रस्ट पृथ्वी के भविष्य की क्या है राह और इसके लिए लोग कैसे होंगे जागरूक?
क्यों मनाया जाता है अर्थ डे?
एक आंदोलन से शुरू हुआ ये दिन एक वैश्विक अभियान तक की यात्रा पूरा किया। अर्थ डे की शुरुआत 1970 में एक छोटे से पर्यावरण आंदोलन के रूप में हुई थी, जब अमेरिका में लाखों लोगों ने औद्योगिक प्रदूषण और पारिस्थितिकीय गिरावट के खिलाफ आवाज उठाई। दरअसल, अमेरिकी लोग भारी मात्रा में ऑटोमोबाइल के जरिए सीसे वाली गैस का सेवन कर रहे थे जिसके कारण बड़ी संख्या में कीचड़ और वायु प्रदुषण फैल रहा था। उस एक आवाज ने धीरे-धीरे एक वैश्विक आह्वान का रूप ले लिया।
आज, यह दिन दुनिया भर में 192 से अधिक देशों में मनाया जाता है, जिसमें 1 बिलियन से अधिक लोग हिस्सा लेते हैं। यह संख्या अपने आप में इस बात की गवाही है कि धरती की रक्षा का संकल्प अब सिर्फ कुछ पर्यावरण प्रेमियों का एजेंडा नहीं रहा, बल्कि यह एक वैश्विक जिम्मेदारी बन चुका है।
2030 तक तीन गुना अक्षय ऊर्जा लक्ष्य
2025 का अर्थ डे न सिर्फ जागरूकता फैलाने का, बल्कि इस पर अमल करने का साल है। इस साल का लक्ष्य है – 2030 तक वैश्विक स्तर पर अक्षय ऊर्जा के उत्पादन को तीन गुना करना। इसका अर्थ है कि पारंपरिक जीवाश्म ईंधनों की जगह सौर, पवन, जलविद्युत, ज्वारीय और भूतापीय ऊर्जा जैसे स्वच्छ और स्थायी ऊर्जा स्रोतों को प्राथमिकता दी जाएगी। यह लक्ष्य केवल पर्यावरण के लिए नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक सुरक्षित भविष्य की नींव रखने जैसा है।
World Earth Day 2025 थीम स्थानीय से वैश्विक तक मिलकर उठे कदम
अर्थ डे 2025 का थीम “हमारी शक्ति, हमारा ग्रह” इस विचार को दर्शाती है कि परिवर्तन केवल सरकारों या बड़े संगठनों से नहीं आता। यह तब आता है जब एक किसान सस्टेनेबल खेती अपनाता है, जब एक छात्र स्कूल में प्लास्टिक मुक्त पहल करता है, जब एक परिवार अपने घर की छत पर सोलर पैनल लगवाता है, या जब कोई शहर सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देता है।
हर छोटा कदम मिलकर एक बड़े आंदोलन का हिस्सा बनता है। और यही सामूहिक प्रयास हमें उस दिशा में ले जाता है, जहाँ हमारा ग्रह फिर से हरा-भरा, साफ-सुथरा और स्वस्थ हो सकता है।
पृथ्वी दिवस एक याद दिलाने वाला दिन है कि यह ग्रह सिर्फ हमारा निवास स्थान नहीं है, बल्कि हमारे अस्तित्व की बुनियाद है। जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण, जैव विविधता का ह्रास और संसाधनों का अत्यधिक दोहन। ये सभी चुनौतियाँ हमें चेतावनी देती हैं कि अब समय हाथ से निकल रहा है। लेकिन उम्मीद अभी भी जिंदा है – अगर हम सब साथ चलें।
इस अर्थ डे इन संदेशों के साथ मिलकर हम सब पृथ्वी की रक्षा करने का वादा करें –
- हम अपनी शक्ति को पहचानेंगे।
- हम स्थायी समाधान अपनाएंगे।
- हम अपने ग्रह की रक्षा के लिए एकजुट होंगे।
- पृथ्वी हमारा घर है, इसलिए इसकी देखभाल करना हमारी जिम्मेदारी है।
- इस पृथ्वी दिवस पर, आइए हम अपने कार्बन उत्सर्जन को कम करने और प्रतिदिन पर्यावरण-अनुकूल विकल्प चुनने का संकल्प लें।
- पेड़ हमेशा अपने रहस्य बताते रहें और समुद्र अपने गीत गाते रहें। पृथ्वी दिवस की शुभकामनाएँ!
- आइए हम प्रकृति को कुछ देना सीखें और आने वाली पीढ़ियों के लिए उसकी रक्षा करें।
- प्लास्टिक प्रदूषण से लड़ने और समुद्री जीवन की रक्षा के लिए आंदोलन में शामिल हों। हर कदम मायने रखता है!
- पृथ्वी दिवस की शुभकामनाएँ! आशा, कार्रवाई और स्थिरता के बीज बोने का समय आ गया है।