यूपी के मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को अब रोजाना राष्ट्रगान गाना होगा. सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार ने राज्य के सभी मदरसों में रोजाना जन-मन-गण गाना अनिवार्य कर दिया है. योगी सरकार के इस फैसले पर मुस्लिम समाज ने आपत्ति जताई है. मौलानाओं का कहना है कि जब मदरसों में 15 अगस्त और 26 जनवरी को राष्ट्रगान गाया जाता है तो उसे रोजाना अनिवार्य करने की क्या जरूरत है. वहीं सरकार ने इस फैसले मुस्लिम समाज के हित में बताया है.
‘मदरसों में राष्ट्रवाद बढ़ाएगा रोजाना राष्ट्रगान’
यूपी मदरसा बोर्ड (UP Madrasa Board) के चेयरमैन डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद (Dr. Iftikhar Ahmed Javed) ने कहा कि प्रदेश में आज से मदरसे खुल गए हैं और उनमें आलिमों का पढ़ाई के लिए आना शुरू हो गया है. मदरसे के ये बच्चे देश की मुख्यधारा में आएं और उनके अंदर राष्ट्रप्रेम की भावना बढ़े. इसके लिए सुबह पढ़ाई शुरू होने से पहले की जाने वाली अन्य दुआओं के साथ राष्ट्रगान गाना भी अब अनिवार्य होगा.
‘दूसरे बच्चों की तरह दिखाई देंगे मदरसों के बच्चे’
मदरसा बोर्ड (UP Madrasa Board) के चेयरमैन ने कहा कि मदरसों के बच्चे दूसरे सामान्य स्कूलों के बच्चों की तरह दिखाई दें और देश-दुनिया में अपनी पहचान बनाएं, इसके लिए बोर्ड लगातार प्राथमिकता के आधार पर काम करता रहेगा.
‘मजहबी तालीम के साथ आधुनिक शिक्षा भी जरूरी’
डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद (Dr. Iftikhar Ahmed Javed) ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी का कहना है कि मुसलमानों के बच्चों के एक हाथ में कुरान और दूसरे में कंप्यूटर हो. यह उनकी मुस्लिम समाज को आगे बढ़ाने की सकारात्मक सोच को दर्शाता है. इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए अब बोर्ड (UP Madrasa Board) ने फैसला लिया है कि नए सत्र से मदरसों के बच्चे मजहबी शिक्षा की पढ़ाई के साथ साथ आधुनिक शिक्षा भी अनिवार्य रूप से पढ़ेंगे. साथ ही राष्ट्रवाद की भावना को आगे बढ़ाने के लिए वे रोजाना राष्ट्रगान भी गाया करेंगे.