नई दिल्ली: यूपी के बिजली उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए पिछले सात सालों से योगी सरकार जो प्रयास कर रही है उसका अब असर साफ दिखने लगा है। योगी सरकार के इस प्रयास से बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिली है। दरअसल उत्तर प्रदेश विद्युत निगम लि.(यूपीपीसीएल) ने कंज्यूमर फ्रेंडली ऐसे कई कदम उठाए हैं, जिसके चलते विद्युत सेवाएं प्राप्त करना बहुत आसान हो गया है। नए कनेक्शंस, बिल करेक्शन, कंप्लेंट और टैरिफ चेंज जैसी सुविधाओं के लिए यूपीपीसीएल का कंज्यूमर एप लोगों की मुश्किलों को आसान कर रहा है।
डिजिटली हो रहा बिजली बिल का भुगतान
यूपीपीसीएल ने कंज्यूमर फ्रेंडली जो सुविधाएं शुरू की हैं उसके माध्यम से काउंटर्स पर फिजिकली बिजली बिल जमा करने वालों की संख्या मात्र 32 प्रतिशत रह गई है, जबकि 68 प्रतिशत तक उपभोक्ता ऑनलाइन, ई वॉलेट और सीएससी के माध्यम से बिल का भुगतान करने में सक्षम हुए हैं। सबसे ज्यादा 39 प्रतिशत ऑनलाइन पेमेंट किया जा रहा है, जबकि ई वॉलेट के माध्यम से 21 प्रतिशत तक भुगतान हो रहा है। वहीं विभिन्न कार्ड (क्रेडिट और डेबिट कार्ड) के जरिए 8 प्रतिशत तक भुगतान किया जा रहा है। यही नहीं झटपट पोर्टल, निवेश मित्र और पीटीडब्ल्यू पोर्टल के जरिए उपभोक्ताओं को नए कनेक्शन के लिए विद्युत विभाग के कार्यालय जाकर समय बर्बाद करने की आवश्यकता नहीं रह गई है। ऑनलाइन ऑटो लोड इनहैंसमेंट, सेल्फ बिल जेनरेशन भी संभव हुआ है। साथ ही, यदि आपका बिल गलत आ गया है तो इसे भी ऑनलाइन पोर्टल या एप के माध्यम से रिवीजन के लिए भेज सकते हैं। इसी तरह अपने नाम व एड्रेस में करेक्शन के लिए भी ऑनलाइन सुविधा का लाभ उठा सकते हैं, जबकि ऑनलाइन ही अपनी कैटेगरी में बदलाव, पर्मानेंट डिसकनेक्शन की भी सुविधा मिल रही है।
किस्तों में भी बिल अदा करने की मिल रही सुविधा
यूपीपीसीएल के अध्यक्ष आशीष कुमार गोयल के अनुसार, यूपीपीसीएल कंज्यूमर एप के माध्यम से भी आसानी से नए कनेक्शन, बिल करेक्शन, कंप्लेंट रिड्रेसेल और टैरिफ में बदलाव इत्यादि की सुविधा का उपभोक्ता लाभ उठा रहे हैं। इसी में असिस्टेड बिलिंग की भी सुविधा दी गई है, जिसके जरिए बिलिंग की क्वालिटी में बड़े सुधार के लिए आग्रह किया जा सकता है। यही नहीं, विभाग ने उपभोक्ताओं को बड़ी राहत देते हुए किस्तों में बिल अदा करने की भी सुविधा प्रदान की है। उपभोक्ताओं के परिसर में ही रियल टाइम बिल रीडिंग, बिल जेनरेशन और पेमेंट की भी सुविधा ने लोगों का काफी समय बचाया है। इसके अतिरिक्त बैंक और फिनटेक कंपनियां कलेक्शन प्वॉइंट्स के रूप में ऑनबोर्ड हुई हैं। 1912 को विद्युत आपूर्ति से संबंधित शिकायतों के लिए व्यापक रूप से संचालित किया जा रहा है।