लखनऊ। हैलो… मैं संगीता सोलंकी बोल रही हूं बुलंदशहर से। मुख्यमंत्री जी से अनुरोध है कि कृपया मेरी समस्या का समाधान करें। सीएम सर से निवेदन है कि मुझे कार्यभार ग्रहण कराने का कष्ट करें। मुख्यमंत्री कार्यालय में यह शिकायत पहुंची तो समस्या का समाधान तो हुआ ही, कॉलेज के प्रधानाचार्य और प्रबंधक के खिलाफ मेरठ के लालकुर्ती थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। प्रबंधक को हिरासत में लेकर शिक्षिका को ज्वाइन कराने के बाद उन्हें निजी मुचलके पर छोड़ा गया।
रविवार की सुबह परेशान हाल बुलंदशहर निवासी संगीता सोलंकी ने अपनी समस्या के निस्तारण के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय में फोन किया। संगीता की समस्या का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तत्काल मेरठ के आला अधिकारियों को शिकायत का निस्तारण करने के निर्देश दिए। इसके बाद सोमवार का दिन संगीता सोलंकी के लिए यादगार बन गया। महज एक फोन कॉल से हुई शिकायत का संज्ञान लिया गया और उनकी समस्या का समाधान करते हुए उनको कार्यभार ग्रहण कराया गया। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री कार्यालय के निर्देश पर दिनभर पुलिस, प्रशासन जांच में जुटा रहा।
यह है मामला
संगीता सोलंकी ने माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन आयोग प्रयागराज द्वारा आयोजित प्रवक्ता पद ‘हिंदी’ 2021 की लिखित एवं साक्षात्कार परीक्षा उत्तीर्ण की थी। जिसमें उनको आयोग द्वारा मेरठ के भागीरथी आर्य कन्या इंटर कॉलेज आवंटित किया गया। आरोप है नियुक्ति पत्र मिलने के बाद भी उनको प्रबंधक द्वारा कार्यभार ग्रहण नहीं करने दिया जा रहा था। नियुक्ति के लिए उनसे लिपिक व प्रबंधक की ओर से पैसा मांगा जा रहा था। संगीता सोलंकी की समस्या का निस्तारण करते हुए सीएम ने आला अधिकारियों को तत्काल कार्यभार ग्रहण कराने के आदेश दिए थे।
लेनदेन के आरोप से प्रधानाचार्य का इनकार
भागीरथी आर्य कन्या इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्या लता सागर ने बताया कि समस्या का समाधान हो चुका है। अब कोई समस्या नहीं है। उन्होंने लेनदेन या रिश्वत मांगने के आरोप को गलत बताया। उन्होंने कहा कि कि ऐसा कुछ भी उनकी जानकारी में नहीं है।