नई दिल्ली। जरूरी डाटा का बैकअप लेना कितना जरूरी है, इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि हर 10 में से एक कंप्यूटर वायरस का शिकार बनता है और लगभग हर रोज 113 फोन चोरी होते हैं। अगर आप समय-समय पर अपने डाटा का बैकअप नहीं लेते या फिर बैकअप से जुड़ी कुछ गलतियां कर रहे हैं तो फौरन कुछ बदलाव और सुधार करने की जरूरत है। इन गलतियों की लिस्ट आप नीचे देख सकते हैं।
नियमित तौर पर बैकअप ना लेना
सबसे आम गलती है नियमित रूप से डाटा का बैकअप न लेना। चाहे निजी फाइलें हों या जरूरी ऑफिस डॉक्यूमेंट्स, अगर आप नियमित बैकअप नहीं लेंगे तो डाटा खोने का खतरा बना रहेगा। अचानक सिस्टम क्रैश हो सकता है या कभी भी मालवेयर अटैक हो सकता है, ऐसे में आपका कीमत डाटा हमेशा के लिए डिलीट हो जाएगा इसलिए बैकअप जरूर लेते रहें।
एक ही डिवाइस में बैकअप लेना
एक ही डिवाइस में अपना सारा बैकअप रखना जोखिम भरा साबित हो सकता है क्योंकि यह डिवाइस खराब या फिर चोरी हो सकता है। बेहतर होगा कि एक से ज्यादा डिवाइसेज में बैकअप लिया जाए। आप PC या लैपटॉप के लिए हार्डड्राइव (जैसे- Western Digital My Passport) और फोन्स के लिए मेमोरी कार्ड या 2-इन-1 फ्लैश ड्राइव (जैसे- SanDisk Ultra Dual Drive Go) की मदद ले सकते हैं।
ऑफ-साइट बैकअप सॉल्यूशंस की अनदेखी
कई यूजर्स को लगता है कि कि लोकल बैकअप पूरी तरह सुरक्षित या काफी हैं लेकिन ऐसा नहीं है। अगर आपके बैकअप डिवाइसेज एक ही जगह मौजूद हैं तो उन्हें किसी वजह से एकसाथ नुकसान पहुंच सकता है। बेहतर होगा कि आप क्लाउड स्टोरेज का इस्तेमाल भी अपने सबसे जरूरी डाटा को सेव करने के लिए करें।
एनक्रिप्शन का महत्व समझना जरूरी
डाटा का बैकअप लेते वक्त उसे एनक्रिप्टेड करना बेहद आसान है और जरूरी भी। अन-ऐनक्रिप्टेड बैकअप को स्टोर करना आपके संवेदनशील डाटा को जोखिम में डाल देता है और इसका ऐक्सेस किसी को भी मिल सकता है। एनक्रिप्शन यह तय करता है कि करता है कि अगर आपका बैकअप गलत हाथों में पड़ भी गया तो वह सुरक्षित रहेगा।