नई दिल्ली : जिन लोगों का डाकघर में सेविंग अकाउंट है, उन लोगों के लिए अच्छी खबर है. उन्हें भी बैंक अकाउंट ग्राहकों की तरह एनईएफटी और आरटीजीएस की सुविधा मिलने वाली है. इन सेवाओं के शुरू होने से डाकघर के ग्राहक भी इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर कर सकेंगे. इससे पैसे भेजना पहले के मुकाबले आसान हो जाएगा.
डाक विभाग ने इस संबंध में एक सर्कुलर जारी किया है. संचार मंत्रालय की देखरेख में ये सुविधाएं शुरू की गई है. फिलहाल इनका ट्रायल चल रहा है. 31 मई, 2022 से इन सेवाओं की शुरुआत कर दी जाएगी. इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NEFT) और रियल-टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS) के जरिए फंड ट्रांसफर करना काफी आसान होता है. देशभर के डाकघरों में बड़ी संख्या में लोगों ने सेविंग अकाउंट खुलवा रखे हैं. लंबे समय से इन ग्राहकों के लिए इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर की सुविधा की जरूरत महसूस की जा रही थी.
क्या है NEFT
नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NEFT) एक इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट मोड है. इंटरनेट बैंकिंग के जरिए यह सुविधा प्रदान की जाती है. एनईएफटी के जरिए आप कितने भी पैसे ट्रांसफर कर सकते है. इसमें कोई लिमिट तय नहीं की गई है. इस सेवा का लाभ सप्ताह के सातों दिन उठाया जा सकता है. बैंकों में एनईएफटी ट्रांजेक्शन आधे घंटे में क्लियर हो जाती है. ई-बैंकिंग और एम-बैंकिंग चैनलों के जरिए शुरू किए गए आउटवर्ड एनईएफटी लेनदेन पर कोई शुल्क नहीं लगाया जाता है. काउंटर पर एनईफटी रेमिटेंस के लिए प्रति लेनदेन न्यूनतम और अधिकतम चार्ज एक रुपया और 15 लाख रुपये है.
क्या होता है RTGS
रियल-टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS) पैसा ट्रांसफर करने की एक तीव्र प्रक्रिया है. इसके जरिए एक बैंक अकाउंट से दूसरे बैंक अकाउंट में फंड ट्रांसफर बहुत तेजी से होता है. इसमें फंड ट्रांसफर की कम से कम सीमा 2 लाख रुपये है.
डाकघर सेविंग्स अकाउंट पर NEFT/RTGS चार्ज
-10,000 रुपए तक के लेन-देन के लिए 2.50 रुपए+GST
-10,000 रुपए से ऊपर 1 लाख रुपए तक के लेनदेन के लिए 5 रुपए +GST
-1 लाख से ज्यादा और 2 लाख रुपए तक के लेनदेन के लिए 15 रुपए +GST
-2 लाख से ज्यादा के लेन-देन के लिए 25 रुपए +GST