झारखंड में कांग्रेस विधायकों के दिन कुछ ठीक नहीं चल रहे हैं. कुछ महीने पहले पश्चिम बंगाल में झारखंड कांग्रेस के तीन विधायक नोटों की गड्डी के साथ पकड़े गए थे. वहीं बीते शुक्रवार को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने दो कांग्रेस विधायकों सहित कुछ व्यापारियों के करीब 50 ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस छापेमारी में आईटी टीम को करीब दो करोड़ रुपए की नकदी मिली थी. इन नोटों को गिनने के लिए टीम को मशीन मंगवानी पड़ी थी. वहीं अब जांच के बाद आईटी टीम ने 100 करोड़ से अधिक के बेनामी लेनदेन और निवेशों का पता लगाया है.
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने एक बयान जारी कर कहा कि इन समूहों ने कर चोरी के विभिन्न तरीकों का सहारा लिया है. बीते चार नवंबर को आईटी टीम ने जिन ठिकानों पर छापेमारी की थी. उन ठिकानों में कांग्रेस विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह और प्रदीप यादव के ठिकाने भी शामिल थे. कुमार जयमंगल झारखंड की बेरमो सीट से विधायक हैं. छापेमारी के बाद उन्होंने मीडिया से बाचतीच में बताया कि वह जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं.
इन जगहों पर की गई थी छापेमारी
सीबीडीटी ने जारी बयान में कहा कि आईटी टीम की यह कार्रवाई कुछ कारोबारी समूहों के खिलाफ की गई थी. इस कार्रवाई के दौरान समूहों के झारखंड के रांची, गोड्डा, बेरमो, दुमका, जमशेदपुर, चाईबासा, बिहार के पटना, हरियाणा के गुरुग्राम, पश्चिम बंगाल के कोलकाता समेत 50 ठिकानों पर छापेमारी की गई थी. सीबीडीटी ने बताया कि ये सभी लौह अयस्क के खनन, लोहे के उत्पादन, कोयले के व्यापार, ढुलाई और ठेकेदारी में शामिल हैं.
सीबीडीटी ने कहा कि करोबारियों के समूहों में उनके साथ उनके दो सहयोगी भी शामलि हैं, जो राजनीति से संबंध रखते हैं. सीबीडीटी ने अपने बयान में कहा कि छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल सबूत जब्त किए गए हैं. इन सबूतों की जांच में पता चला कि इन समूहों ने कर चोरी के विभिन्न तरीकों का सहारा लिया है. बता दें, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के लिए नीति बनाने वाली संस्था है.
कुमार जयमंगल ने लगाए गंभीर आरोप
वहीं कांग्रेस विधायक कुमार जयमंगल ने छापेमारी को राजनीति से प्रेरित बताया और कहा कि उन्होंने अपने चुनावी हलफनामे में अपनी सारी संपत्ति का ब्योरा दिया है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जिन वाहनों से आईटी अधिकारी बेरमो पहुंचे, उनमें से एक के सामने के शीशे पर भाजपा का स्टिकर लगा हुआ था. स्टिकर को बाद में एक व्यक्ति ने हटा दिया, जिसने भाजपा का स्टोल पहना हुआ था. कार छीन ली गई. यह जांच का विषय है.